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22 नवंबर 2012

खाद्य सुरक्षा मिशन के दायरे में अब 27 राज्य

बिजनेस भास्कर नई दिल्ली वर्ष 2012-13 में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन (एनएफएसएम) के तहत देशभर के 27 राज्यों को शामिल किया गया है। एनएफएसएम में शामिल राज्यों के चिन्हित किए गए जिलों में गेहूं, चावल, दलहन और मोटे अनाजों की पैदावार बढ़ाने के लिए किसानों को बीज, खाद, सिंचाई और कीटनाशकों पर सब्सिडी दी जाएगी। इसके साथ ही अन्य राज्यों में भी एनएफएसएम स्कीम के तहत होने वाले कुल आवंटन का 10 फीसदी खर्च किए जाने की योजना है। एनएफएसएम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि चावल, गेहूं, दलहन और मोटे अनाजों की पैदावार में बढ़ोतरी के लिए वर्ष 2012-13 में 27 राज्यों में एनएफएसएम स्कीम चलाई जाएगी। 11वीं पंचवर्षीय योजना में इस स्कीम में 9 राज्य शामिल थे। उन्होंने बताया कि वर्ष 2012-13 में चावल का उत्पादन बढ़ाने के लिए 24 राज्यों के 210 जिलों को चिन्हित किया गया है। जबकि गेहूं का उत्पादन बढ़ाने के लिए 12 राज्यों के 165 जिलों का चुनाव गया है। दलहन का उत्पादन बढ़ाने के लिए 16 राज्यों के 468 जिलों को चिन्हित किया गया है। उन्होंने बताया कि एनएफएसएम स्कीम के तहत चिन्हित किए जिलों में किसानों को प्रमाणित बीजों के साथ ही खाद और कीटनाशकों पर सब्सिडी दी जाएगी। इन जिलों में चावल, गेहूं, दलहन और मोटे अनाजों के प्रति हैक्टेयर उत्पादन में बढ़ोतरी पर जोर दिया जाएगा। पिछले दो सालों के देश में गेहूं का रिकॉर्ड उत्पादन हो रहा है। वर्ष 2010-11 में 868.7 लाख टन गेहूं का उत्पादन हुआ था जबकि वर्ष 2011-12 में 939 लाख टन का उत्पादन हुआ है। इसी तरह वर्ष 2011-12 में देश में 10.43 करोड़ टन रिकॉर्ड चावल का उत्पादन हुआ है। उन्होंने बताया कि मानसूनी वर्षा में देरी के कारण वर्ष 2011-12 में दलहन उत्पादन वर्ष 2010-11 के मुकाबले कम हुआ था। वर्ष 2010-11 में देश में 182.4 लाख टन दालों का उत्पादन हुआ था जबकि वर्ष 2011-12 में उत्पादन घटकर 172.1 लाख टन का हुआ है। चालू रबी सीजन में एनएफएसएम स्कीम के तहत दालों का उत्पादन बढ़ाने के लिए 100 करोड़ का अतिरिक्त आवंटन किया गया है। एनएफएसएम के तहत रबी सीजन 2012 में दलहन उत्पादन बढ़ाने के लिए 600 करोड़ रुपये का आवंटन किया जाना था लेकिन अब इसे बढ़ाकर 700 करोड़ रुपये कर दिया है। देश में दालों की सालाना खपत 200 लाख टन से ज्यादा की होती है ऐसे में घरेलू आवश्यकता की पूर्ति के लिए हर साल करीब 30 से 35 लाख टन दलहनों का आयात करना पड़ता है। वर्ष 2011-12 में 34.91 लाख टन दालों का आयात हुआ था। (Business Bhaskar.....R S Rana)

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