कुल पेज दृश्य

15 दिसंबर 2012

मेंथा में बिकवाली कर कमाएं मुनाफा

आर. एस. राणा नई दिल्ली | Dec 15, 2012 फायदे की बात चालू सीजन में पैदावार ज्यादा होने से उत्पादक मंडियों में मेंथा तेल का स्टॉक पिछले साल से ज्यादा है क्रिसमस की छुट्टियों की वजह से मेंथा तेल के निर्यात सौदों में आई है कमी इस सीजन में मेंथा तेल का उत्पादन करीब 50,000 से 52,000 टन होने का अनुमान है। जबकि पिछले साल 38,000 से 40,000 टन का उत्पादन हुआ था एमसीएक्स पर 14 नवंबर को जनवरी महीने के वायदा अनुबंध में मेंथा तेल का भाव 1,214 रुपये प्रति किलो था जबकि शुक्रवार को भाव बढ़कर 1,453 रुपये प्रति किलो हो गया मुनाफावसूली से मेंथा की कीमतों में गिरावट के है आसार इसलिए बिकवाली से कमाया जा सकता है मुनाफा घरेलू और निर्यातकों की मांग बढऩे से महीने भर में मेंथा तेल की हाजिर कीमतों में 14.1 फीसदी की तेजी आ चुकी है। लेकिन क्रिसमस की छुट्टियों के कारण अब मेंथा तेल के निर्यात सौदों में पहले की तुलना में कमी आई है जबकि चालू सीजन में पैदावार ज्यादा होने से उत्पादक मंडियों में मेंथा तेल का स्टॉक पिछले साल से ज्यादा है। ऐसे में मुनाफावसूली से मेंथा तेल की मौजूदा कीमतों में गिरावट आने की संभावना है। वायदा बाजार में पिछले एक महीने के दौरान मेंथा तेल की कीमतों में 19.6 फीसदी की तेजी आई, जहां पहले वायदा भाव 1,214 रुपये प्रति किलो थे वहां जनवरी महीने के वायदा अनुबंध में शुक्रवार को भाव 1,453 रुपये प्रति किलो हो गया। उत्तर प्रदेश मेंथा उद्योग एसोसिएशन के अध्यक्ष फूल प्रकाश ने बताया कि घरेलू मांग के साथ ही निर्यातकों की खरीद से मेंथा तेल की कीमतों में तेजी आई है। स्टॉकिस्टों ने पिछले साल मेंथा तेल का ऊंचा दाम देखा था जिसकी वजह से बिकवाली कम आने से भी तेजी को बल मिला। लेकिन क्रिसमस की छुट्टियों के कारण यूरोपीय देशों के साथ अमेरिका की आयात मांग जनवरी के पहले सप्ताह तक कम रहेगी। ऐसे में निवेशकों की बिकवाली से मौजूदा कीमतों में हल्की गिरावट आने की संभावना है। चालू सीजन में मेंथा तेल का उत्पादन करीब 50,000 से 52,000 टन होने का अनुमान है। जबकि पिछले साल 38,000 से 40,000 टन का उत्पादन हुआ था। एसेंशियल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष योगेश दुबे ने बताया कि निर्यातक क्रिस्टल बोल्ड के खरीद सौदे 29 से 31 डॉलर प्रति किलो (सीएंडएफ) के आधार पर कर रहे हैं। लेकिन क्रिसमस की छुट्टियों के कारण निर्यात सौदों में पहले की तुलना में कमी आई है। भारतीय मसाला बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2012-13 में 14,500 टन मेंथा उत्पादों का निर्यात होने का अनुमान है। जबकि अप्रैल महीने में 1,000 टन मेंथा उत्पादों का निर्यात हुआ है। पिछले साल अप्रैल में 900 टन मेंथा उत्पादों का निर्यात हुआ था। ग्लोरियस केमिकल के प्रबंधक अनुराग रस्तोगी ने बताया कि उत्पादक मंडियों में मेंथा तेल की दैनिक आवक कम होकर 350 से 400 ड्रम (एक ड्रम-180 किलो) रह गई है। पिछले साल मेंथा तेल का भाव ऊपर में 2,650-2,700 रुपये प्रति किलो बन गया था इसीलिए स्टॉकिस्टों की बिकवाली सीमित मात्रा में ही आ रही है। महीने भर में उत्पादक मंडियों में इसकी कीमतों में 200 रुपये की तेजी आकर शुक्रवार को भाव 1,600 से 1,610 रुपये प्रति किलो हो गए। हालांकि ऊंचे भाव में खरीद सौदे भी सीमित मात्रा में ही हो रहे हैं। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर जनवरी महीने के वायदा अनुबंध में महीने भर में मेंथा तेल की कीमतों में 19.6 फीसदी की तेजी आई है। 14 नवंबर को जनवरी महीने के वायदा अनुबंध में मेंथा तेल का भाव 1,214 रुपये प्रति किलो था जबकि शुक्रवार को भाव बढ़कर 1,453 रुपये प्रति किलो हो गया। (Business Bhaskar.....R S Rana)

कोई टिप्पणी नहीं: