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04 जनवरी 2013

एक करोड़ टन गेहूं निर्यात की सिफारिश

देश में गेहूं के अतिरिक्त भंडार को देखते हुए सरकार की सलाहकार संस्था कृषि लागत एवं मूल्य आयोग (सीएसीपी) ने वर्ष 2013-14 के दौरान भारतीय खाद्य निगम के गोदामों से एक करोड़ टन गेहूं निर्यात के लिए प्रयास तेज करने को कहा है। चालू वित्त वर्ष के दौरान सरकार ने केंद्रीय भंडारों से 45 लाख टन गेहूं निर्यात को मंजूरी दी थी। इसमें से अब तक 13.50 लाख टन का ही निर्यात हो पाया है। संगठन ने कहा, 'वैश्विक बाजार में गेहूं की बिक्री बढ़ाकर देश से कृषि उपज निर्यात अगले वित्त वर्ष में बढ़ाया जा सकता है।' सीएसीपी के अध्यक्ष अशोक गुलाटी ने वित्त मंत्री पी चिदंबरम को बजट पूर्व सौंपे ज्ञापन में कहा, 'अगले वित्त वर्ष में एक करोड़ टन गेहूं निर्यात का लक्ष्य हासिल किया जा सकता है, बशर्ते कि सरकार इस दिशा में तेजी से काम करे।' गुलाटी ने कहा कि औसतन 300 डॉलर प्रति टन के दाम पर एक करोड़ टन गेहूं निर्यात से देश को तीन अरब डॉलर की विदेशी मुद्रा मिल सकती है। उन्होंने कहा कि सरकार को इसका फैसला जल्द लेना चाहिए। क्योंकि वैश्विक बाजार में दाम ज्यादा समय आकर्षक नहीं बने रह सकते (BS Hindi)

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