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22 अप्रैल 2013

बेस प्राइस पर गेहूं निर्यात संभव : एफसीआई

प्राइवेट निर्यातकों ने उठाई है बेस प्राइस घटाने की मांग निर्यात के लिए सरकारी गेहूं के मूल्य में कमी करने की व्यापारियों की मांग पर सरकारी नोडल एजेंसी भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने कहा कि वैश्विक स्तर पर गेहूं के दाम फिर से सुधरने लगे हैं। इस वजह से मौजूदा रिजर्व प्राइस पर ही गेहूं निर्यात की संभावना है। पिछले माह सरकार ने गोदामों से पिछले फसल वर्ष 2011-12 का 50 लाख टन गेहूं प्राइवेट व्यापारियों के जरिये निर्यात करने की अनुमति दी थी। निर्यातकों को गेहूं का आवंटन ऑक्शन के जरिये किया जाना है। सरकार ने इसके लिए 274 डॉलर (14840 रुपये) प्रति टन बेस प्राइस तय किया है। निर्यातकों को 12.5 फीसदी स्थानीय टैक्स भी वहन करने होंगे। एफसीआई के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक अमर सिंह ने बताया कि व्यापारी बेस प्राइस घटाने की मांग कर रहे हैं। लेकिन इस समय गेहूं 304-306 डॉलर प्रति टन के भाव पर निर्यात हो रहा है। ऑस्ट्रेलिया का गेहूं 260 डॉलर और अमेरिका का गेहूं 270 डॉलर प्रति टन के भाव पर निर्यात हो रहा है। हमारा गेहूं 300 डॉलर प्रति टन के भाव पर निर्यात हो रहा है। ऐसे में मूल्य घटाने की कोई वजह नहीं है। मौजूदा मूल्य पर ही गेहूं निर्यात होने की पूरी संभाव्यता है। उन्होंने कहा कि पिछले माह गेहूं के मूल्य में वैश्विक स्तर पर भारी गिरावट आई थी। (Business Bhaskar)

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