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29 मई 2013

दूसरी तिमाही में होगा 400 टन सोने का आयात

नई दिल्ली।चालू खाता घाटा और व्यापार घाटे को नियंत्रित करने के लिए सोने के आयात को हत्तोत्साहित करने के सरकार के उपायो के बावजूद इसकी कीमतों मे आई गिरावट और वैवाहिक मांग मे तेजी से चालू वर्ष की दूसरी तिमाही मे देश में 350 से 400 टन सोना आयात होने का अनुमान है जो पिछले वर्ष की इसी अवधि मे हुए आयात की तुलना मे 200 प्रतिशत अधिक है और यह वर्ष 2012 मे हुए कुल आयात का करीब आधा हिस्सा होगा। विश्व स्वर्ण परिषद ने अपनी एक रिपोर्ट मे यह अनुमान लगाते हुये कहा है कि चालू वर्ष की पहली तिमाही मे भारत मे 256 टन सोना आयात हुआ है। रिपोर्ट मे कहा गया है कि देश मे सोने की छडो और सिक्कों मे निवेश मे 52 प्रतिशत की बढोतरी होगी और यह 97 टन पर पहुंच जाएगा। दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्था मे सुधार के संकेतो और केन्द्रीय बैंकों के कठोर मौद्रिक नीति अपनाने की संभावना से इस वर्ष अप्रैल के मध्य मे सोना दो वर्ष के न्यूतनम स्तर 1321.35 डालर प्रति औस तक फिंसल गया था। परिषद ने बुधवार को जारी अपनी रिपोर्ट मे कहा है कि एशियाई देशों मे सोने की मांग मे जबरदस्त तेजी रही है और अप्रैल जून तिमाही मे इसकी मांग रिकार्ड स्तर पर होगी। परिषद ने कहा कि वर्ष 2013 मे भारत में कुल मिलाकर 865 टन से लेकर 965 टन के बीच सोने के आयात का अनुमान है। संगठन ने कहा है कि चीन मे इस वर्ष अप्रैल मे सोने की मांग 160 से 170 टन के आसपास रही है और चालू वर्ष मे कुल मांग 880 टन के करीब रहने का अनुमान है जबकि पहले इसके 780 से 880 टन के बीच रहने की संभावना थी।

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