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14 अगस्त 2013

प्याज के आंसू पोंछने की तैयारी

सक्रिय हुई सरकार, सचिव स्तर की बैठक आज प्याज की कीमतों में भारी तेजी पर केंद्र सरकार की सक्रियता बढ़ गई है। प्याज की स्थिति की समीक्षा करने के लिए बुधवार को सचिवों की समिति की बैठक हो रही है। इस बैठक में प्याज की पैदावार और घरेलू बाजार में उपलब्धता के साथ ही निर्यात की भी समीक्षा की जाएगी। उपभोक्ता मामला मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बैठक में कृषि सचिव, खाद्य सचिव, उपभोक्ता मामला मंत्रालय के सचिव, वाणिज्य तथा वित्त मंत्रालय के सचिव भाग लेंगे। राष्ट्रीय बागवानी अनुसंधान विकास फाउंडेशन (एनएचआरडीएफ) के डायरेक्टर आर पी गुप्ता ने बताया कि घरेलू बाजार में प्याज की उपलब्धता अगले दो महीने की खपत से ज्यादा है। एक अनुमान के अनुसार इस समय करीब 10 से 12 लाख टन प्याज का स्टॉक जमा है जबकि कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में नई फसल की आवक शुरू हो चुकी है। सितंबर-अक्टूबर मेें राजस्थान की नई फसल की आवक भी शुरू हो जाएगी। गुप्ता ने बताया कि उत्पादक राज्यों में बारिश होने से प्याज की आवक प्रभावित हो रही है जिससे इसकी कीमतों में तेजी आई है। वर्ष 2012-13 में प्याज की पैदावार 166.54 लाख टन हुई जो 2011-12 के 175.11 लाख टन से महज 4.89 फीसदी कम है। चालू वित्त वर्ष के पहले पांच महीने में प्याज का निर्यात 6.15 लाख टन का ही हुआ है, जो पिछले साल की समान अवधि के 6.95 लाख टन के निर्यात से कम है। गुजरात ओनियन कंपनी के प्रबंधक सुरेंद्र साहनी ने बताया कि खराब मौसम के कारण दैनिक आवक सामान्य के मुकाबले करीब 40' ही हो रही है। दिल्ली की आजादपुर मंडी में दैनिक आवक १०० के बजाय 60 मोटरों की हो रही है। (Business Bhaskar....R S Rana)

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