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20 अगस्त 2013

एनएसईएल ने खरीदारों और विक्रेताओं की सूची पेश की

वायदा बाजार आयोग (एफएमसी) द्वारा दिए गए एक आदेश के बाद एनएसईएल ने आज अपनी वेबसाइट पर खरीदारों और विक्रेताओं की सूची का खुलासा कर दिया। जिंसों के खरीदारों की सूची के अनुसार शीर्ष 5 खरीदारों का 5574.35 करोड़ रुपये के कुल बकाया में लगभग 60 फीसदी का योगदान है। वहीं शीर्ष 10 का इसमें लगभग 85 फीसदी का योगदान है। कुल मिला कर 24 पार्टियों से बकाया रकम वसूली जानी है। हालांकि एक्सचेंज को 148 सदस्यों को 5380.53 करोड़ रुपये चुकाने हैं। इन सदस्यों में इंडियन बुलियन मार्केट एसोसिएशन (आईबीएमए) भी शामिल है जो कई निवेशकों के लिए समाशोधन एजेंसी है। आईबीएमए के लिए देय रकम 1159 करोड़ रुपये है। 100 से अधिक निवेशकों को आईबीएमए से रकम हासिल होगी। एनएसईएल की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार जिनकी रकम फंसी हुई है, उनमें एमएमटीसी और पीईसी जैसे सरकारी उद्यम शामिल हैं। सबसे अधिक बकाया रकम वाले सदस्यों में एन के प्रोटीन्स 967 करोड़ रुपये के साथ सबसे ऊपर है जो अपनी परिसंपत्तियां बेच कर बकाया का भुगतान करेगी। मुंबई की खाद्य तेल उत्पादक एवं रिटेलर लोटस रिफाइनरीज ने एनएसईएल द्वारा 252.56 करोड़ की लंबित बकाया रकम के लिए किए गए वादे का विरोध किया है। एनएसईएल ने अपनी वेबसाइट पर एक सर्कुलर में लोटस रिफाइनरीज को सिर्फ 'नॉन-कॉम्पलिएंटÓ सदस्य के तौर पर श्रेणीबद्घ किया है। इस दावे का विरोध करते हुए लोटस ने एफएमसी को पत्र लिखा है। इस पत्र में कहा गया कि खाद्य तेल कंपनी के लिए एनएसईएल 108 करोड़ रुपये की रकम चुकाए जाने के लिए जिम्मेदार है। लोटस रिफाइनरीज के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक अरुण कुमार शर्मा ने कहा, 'हमने एनएसईएल से 108 करोड़ रुपये की बकाया राशि वसूले जाने के लिए एफएमसी के समक्ष अपना दावा पहले ही सौंप दिया है। हम एफएमसी की सलाह पर अमल करेंगे।Ó भंडार की गुणवत्ता और मात्रा पर सवाल नैशनल स्पॉट एक्सचेंज (एनएसईएल) के दो निदेशकों ने एक्सचेंज के गोदामों में पड़े माल की मात्रा और गुणवत्ता को लेकर जिंस बाजार नियामक वायदा बाजार आयोग (एफएमसी) के समक्ष अपनी चिंता प्रकट की है। एफटी समूह के संस्थापक जिग्नेश शाह और एमसीएक्स स्टॉक एक्सचेंज के प्रबंध निदेशक जोसफ मैसी के ये बयान पिछले मंगलवार को नियामक के साथ हुई बैठक के दौरान सामने आए। साथ ही एक्सचेंज के मुख्य कार्यकारी अंजनी सिन्हा ने निवेशकों और अन्य शेयरधारकों को आश्वस्त किया है कि देनदारियों के निपटान के लिए पर्याप्त स्टॉक है। 13 अगस्त को एफएमसी के साथ हुई बैठक के दौरान एनएसईएल के निदेशक जिग्नेश शाह और एनएसईएल के निदेशक जोसफ मैसी ने अन्य बातों के साथ साथ एनएसईएल के गोदामों में रखे जिंस की गुणवत्ता और मात्रा पर भी चिंता प्रकट की। इन दोनों ने एफएमसी को यह भी बताया कि उन्होंने गोदामों में रखे जिंस की गुणवत्ता और मात्रा के विस्तृत आकलन के लिए एक प्रबंधन फर्म एसजीएस को भी नियुक्त किया है। सेबी के एक पूर्व अधिकारी एवं वरिष्ठï नियामक विश्लेषक का इस संबंध में कहना है, 'ये अधिकारी सिर्फ यह कहकर इस संबंध में किसी संभावित जिम्मेदारी से बचने की कोशिश कर रहे हैं कि वे भी माल की गुणवत्ता और मात्रा को लेकर चिंतित हैं। (BS Hindi)

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