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24 सितंबर 2013

अनाज उत्पादन में हो सकती है वृद्धि : पवार

इस बार देश में मॉनसून की अच्छी बारिश के चलते खरीफ फसलों का उत्पादन 12 करोड़ 93.2 लाख टन हो जाने का अनुमान है। यह पिछले साल से थोड़ा ज्यादा है। देश के आधे से भी अधिक भाग में मॉनसून सामान्य रहा है। कृषि मंत्री शरद पवार ने कहा, 'वर्ष 2013-14 में खरीफ में कुल खाद्यान्न उत्पादन पिछले वर्ष के मुकाबले निश्चित तौर पर अधिक होगा। इस बार करीब 12 करोड़ 93.2 लाख टन खरीफ उत्पादन की उम्मीद है।Ó पिछले साल खरीफ उत्पादन करीब 12.82 करोड़ टन था। खरीफ सत्र की बुआई जून में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के साथ शुरू होती है और कटाई अक्टूबर से शुरू होती है। खरीफ उत्पादन के बारे में लक्ष्य 13.05 करोड़ टन है। इस तरह कृषि मंत्री का आज का प्रारंभिक अनुमान लक्ष्य से कम है। प्रमुख खरीफ फसलों में चावल, दलहन, कपास, मक्का और सोयाबीन आते हैं। पवार ने कहा कि धान का उत्पादन पिछले साल के नौ करोड़ 27.6 लाख टन से ऊपर रहने की उम्मीद है क्योंकि मॉनसून की बेहतर बारिश से रकबे और उपज में बढ़ोतरी की संभावना बढ़ी है। धान खरीफ की मुख्य फसल है। कृषि मंत्री ने इसके उत्पादन के बारे में अलग से कोई प्रारंभिक अनुमान जारी नहीं किया। उन्होंने कहा कि गन्ने को छोड़कर, बाकी खरीफ फसलों के उत्पादन की स्थिति बेहतर लग रही है। गन्ने की बुआई कम हुई है। उन्होंने कहा कि फसलवार उत्पादन की भविष्यवाणी कल की जाएगी। वर्ष 2013-14 के लिए खरीफ उत्पादन का पहला अग्रिम अनुमान कल जारी किया जाएगा। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार जून से सितंबर तक के मॉनसून सत्र के दौरान देश के 53 फीसदी हिस्सों में सामान्य बारिश हुई, जबकि देश के एक तिहाई भाग में सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है। कृषि मंत्रालय ने रबी (जाड़े) के मौसम में 12.85 करोड़ टन खाद्यान्न उत्पादन का अनुमान लगाया है। (BS Hindi)

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