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09 अक्तूबर 2013

चालू वित्त वर्ष में बासमती का बंपर निर्यात होने के आसार

आर एस राणा नई दिल्ली | Oct 09, 2013, 00:05AM IST संकेत - पहली छमाही में बासमती चावल का निर्यात 12.5 फीसदी बढ़ा मौजूदा तस्वीर पहली छमाही में निर्यात बढ़कर 18.90 लाख टन पिछले साल इस अवधि में 16.8 लाख टन निर्यात हुआ सितंबर में 2.10 लाख टन बासमती चावल का निर्यात अप्रैल-अगस्त में मूल्य के लिहाज से निर्यात 61.95 फीसदी बढ़ा इस अवधि में 12,431 करोड़ रुपये का बासमती का निर्यात हुआ पिछले साल समान अवधि में 7,676.29 करोड़ रुपये का निर्यात बासमती चावल की पैदावार बढऩे से निर्यात में बढ़ोतरी का अनुमान चालू वित्त वर्ष 2013-14 की पहली छमाही (अप्रैल से सितंबर) के दौरान बासमती चावल के निर्यात में 12.5 फीसदी की बढ़ोतरी होकर कुल निर्यात 18.90 लाख टन का हुआ है। चालू खरीफ में बासमती चावल की पैदावार बढऩे का अनुमान है तथा निर्यात मांग अच्छी बनी हुई है। ऐसे में मौजूदा वित्त वर्ष के दौरान बासमती का बंपर निर्यात होने का अनुमान है। इस दौरान कुल निर्यात बढ़कर करीब 40 लाख टन तक पहुंच सकता है। एपीडा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बिजनेस भास्कर को बताया कि चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में बासमती चावल का निर्यात बढ़कर 18.90 लाख टन का हुआ है जो पिछले वित्त वर्ष के 16.8 लाख टन से 12.5 फीसदी ज्यादा है। सितंबर महीने में 2.10 लाख टन बासमती चावल का निर्यात हुआ है जो पिछले साल के लगभग बराबर ही है। उन्होंने बताया कि बासमती चावल के निर्यात का पीक सीजन अक्टूबर से मार्च तक होता है तथा चालू खरीफ में पैदावार बढऩे का अनुमान है। ऐसे में आगामी महीनों में निर्यात मांग और भी बढऩे की संभावना है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2013-14 के पहले पांच महीनों अप्रैल से अगस्त के दौरान बासमती चावल का निर्यात मूल्य के हिसाब से 61.95 फीसदी बढ़कर 12,431.55 करोड़ रुपये का हो चुका है। पिछले वित्त वर्ष 2012-13 की समान अवधि में 7,676.29 करोड़ रुपये मूल्य का बासमती चावल का निर्यात हुआ था। ऑल इंडिया राइस एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष विजय सेतिया ने बताया कि चालू खरीफ में बासमती धान के बुवाई क्षेत्रफल में हुई बढ़ोतरी से बासमती चावल की पैदावार पिछले साल से ज्यादा होने का अनुमान है। चालू वित्त वर्ष 2013-14 में बासमती चावल का निर्यात बढ़कर करीब 40 लाख टन होने का अनुमान है। वित्त वर्ष 2012-13 में 34.56 लाख टन बासमती चावल का निर्यात हुआ था। केआरबीएल लिमिटेड के चेयरमैन एंड मैनेजिंग डायरेक्टर अनिल कुमार मित्तल ने बताया कि पिछले साल की तुलना में रुपये के मुकाबले डॉलर मजबूत हुआ है जबकि चालू खरीफ में पैदावार बढऩे से बासमती चावल के दाम आगामी दिनों में घटने की संभावना है। ऐसे में निर्यातकों का मार्जिन बढऩे की संभावना है। मंगलवार को घरेलू बाजार में बासमती चावल की कीमतों में 100 रुपये की गिरावट आकर भाव 7,850-7,950 रुपये और पूसा-1,121 बासमती चावल की कीमतों में 250 रुपये की गिरावट आकर भाव 7,600-7,800 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में धान की रोपाई बढ़कर 377.22 लाख हैक्टेयर में हुई है जो पिछले साल की समान अवधि के 369.58 लाख टन से ज्यादा है। (Business Bhaskar....R S Rana)

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