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15 नवंबर 2013

सोने का आयात 32 फीसदी गिरने की संभावना

सप्लाई की किल्लत और महंगाई के चलते सोने की मांग पर असर : डब्ल्यूजीसी देश में मौजूदा वर्ष की चौथी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) के दौरान सोने का आयात करीब एक तिहाई कम रहने की संभावना है। वल्र्ड गोल्ड काउंसिल (डब्ल्यूजीसी) का कहना है कि सोने की सप्लाई में दिक्कत होने और ऊंची महंगाई दर के कारण सोने की मांग प्रभावित होने का अनुमान है। हालांकि जुलाई-सितंबर तिमाही के मुकाबले मांग में सुधार के आसार हैं। डब्ल्यूजीसी के अनुसार इस साल अक्टूबर-दिसंबर के दौरान सोने का आयात पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 148.2 टन रहने की संभावना है। पिछले साल इस अवधि में 219.1 टन सोने का आयात किया गया था। डब्ल्यूजीसी के मैनेजिंग डायरेक्टर (इंडिया) सोमसुंदरम पीआर ने संवाददाताओं को बताया कि त्योहारी खरीद में तेजी आने की वजह से तीसरी तिमाही के मुकाबले आखिरी तिमाही में आयात बढऩे की संभावना है। हर साल त्योहारी सीजन में सोने की मांग बढ़ जाती है। त्यौहारों के अलावा शादियों की भी खरीद बढऩे से इस दौरान मांग में सुधार होता है। हालांकि पिछले साल की चौथी तिमाही के मुकाबले इस साल की आलोच्य अवधि में आयात 32 फीसदी कम रहने का अनुमान है क्योंकि सरकार की पाबंदियों के कारण सोने की सप्लाई सीमित है। पिछले साल चौथी तिमाही में 262 टन सोने का आयात हुआ था। मूल्य के लिहाज से इस साल तीसरी तिमाही के दौरान सोने का आयात 39 फीसदी घटकर 39,278 करोड़ रुपये रह गया। पिछले साल इस अवधि में 64,200.9 करोड़ रुपये के सोने का आयात हुआ था। तीसरी तिमाही में ज्वैलरी की मांग 23 फीसदी घटकर 104.7 करोड़ रुपये रह गई। पिछले साल इस दौरान 136.1 टन सोने की मांग रही थी। आलोच्य अवधि में ज्वैलरी की मांग मूल्य के लिहाज से 30 फीसदी घटकर 27,749.2 करोड़ रुपये रह गई। पिछले साल इस अवधि में 39,880.2 करोड़ रुपये की ज्वैलरी की बिक्री हुई थी। आलोच्य अवधि में निवेश के लिए सोने की मांग 48 फीसदी घटकर 43.5 टन रह गई। पिछले साल जुलाई-सितंबर में 83 टन सोने की निवेश के लिए मांग रही थी। मूल्य के लिहाज से निवेश के लिए सोने की मांग 53 फीसदी घटकर 11,529 करोड़ रुपये रह गई। पिछले साल जुलाई-सितंबर में 24320.7 करोड़ रुपय के सोने की निवेश के लिए खरीद हुई। आलोच्य अवधि में पुरानी ज्वैलरी के सोने की मांग 34 टन से बढ़कर 61.3 टन हो गई। विदेशी तेजी से सोना और महंगा नई दिल्ली- अंतरराष्ट्रीय बाजार में दाम बढऩे से गुरुवार को घरेलू बाजार में भी सोने की कीमतों में तेजी दर्ज की गई। दिल्ली सराफा बाजार में सोने की कीमतों में 220 रुपये की तेजी आकर भाव 31,720 रुपये प्रति दस ग्राम हो गए। चांदी की कीमतें इस दौरान 48,000 रुपये प्रति किलो के पूर्वस्तर पर ही स्थिर बनी रही। अंतरराष्ट्रीय बाजार में गुरुवार को सोने की कीमतों में 2 डॉलर की तेजी आकर भाव 1,284 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार करते देखे गए। जबकि 13 नवंबर को विदेशी बाजार में सोने का भाव 1,282 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ था। चांदी की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार में इस दौरान 20.61 डॉलर प्रति औंस से बढ़कर 20.79 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार करते देखी गई। (Business Bhaskar)

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