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13 दिसंबर 2013

गेहूं निर्यात के लिए सबसे ऊंची बिड 287 डॉलर

पीईसी व एमएमटीसी के 2.1 लाख टन गेहूं निर्यात के टेंडर सार्वजनिक कंपनियों पीईसी और एमएमटीसी को 2.10 लाख टन गेहूं निर्यात के लिए 287.10 डॉलर प्रति टन की सबसे ऊंची बोली प्राप्त हुई है। हाल ही में केंद्र ने गेहूं के न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) में 40 डॉलर प्रति टन की कमी करके 260 डॉलर प्रति टन का भाव तय किया था। सार्वजनिक कंपनियों पीईसी लिमिटेड ने 1.55 लाख टन गेहूं निर्यात के लिए बोली आमंत्रित की थी। कंपनी को वाइजाग बंदरगाह से 35,000 टन गेहूं निर्यात के लिए सबसे ऊंची बोली 287.10 डॉलर की सबसे ऊंची बोली प्राप्त हुई है। इसके अलावा कंपनी को कांडला बंदरगाह से निर्यात करने के लिए 285.41 डॉलर प्रति टन की निविदा प्राप्त हुई है। पीईसी ने कांडला बंदरगाह से 1.20 लाख टन गेहूं निर्यात के लिए निविदा मांगी थी। इसी तरह से एमएमटीसी को विदेशी खरीददारों से गेहूं निर्यात के लिए ऊंची बोली 283 डॉलर प्रति टन की दर से निविदा प्राप्त हुई है। एमएमटीसी ने 55,000 टन गेहूं निर्यात के लिए निविदा मांगी थी। खाद्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एमईपी में कटौती करने से गेहूं के निर्यात में तेजी आई है। उधर अंतरराष्ट्रीय बाजार में गेहूं की कीमतों में कुछ सुधार हुआ है। आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) ने अगस्त महीने में केंद्रीय पूल से 20 लाख टन गेहूं के निर्यात की अनुमति दी थी। इससे पहले केंद्र सरकार ने सार्वजनिक कंपनियों के माध्यम से 45 लाख टन गेहूं निर्यात की अनुमति दी थी जिसमें से 42 लाख टन से ज्यादा गेहूं का निर्यात हुआ था। इस गेहूं के निर्यात के लिए कंपनियों को औसतन भाव 311 डॉलर प्रति टन का मिला था। (Business Bhaskar...R S Rana)

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