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03 जनवरी 2014

जूट के न्यूनतम समर्थन मूल्य में "100 प्रति क्विंटल की वृद्धि

2400 रुपये प्रति क्विंटल होगा जूट का एमएसपी 2014-15 में 2300 रुपये प्रति क्विंटल था इसका एमएसपी 2013-14 में यहां होता है जूट का उत्पादन आसाम, बिहार, मेघालय, नागालैंड, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा में जूट की खेती बड़े स्तर पर की जाती है प्रेट्र : नई दिल्ली... सरकार ने वर्ष 2014-15 के लिए जूट के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में 100 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की है। इस वृद्धि के बाद अब जूट का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2400 रुपये प्रति क्विंटल होगा। इस वृद्धि को आर्थिक मामलों पर गठित कैबिनेट कमेटी ने अपनी स्वीकृति गुरुवार को दी है। वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कमेटी की बैठक के बाद बताया कि टीडी-5 वैरायटी के जूट के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 100 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की गई है। पिछले साल जूट का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2300 रुपये प्रति क्विंटल था। ऊंचे ग्रेड का उत्पादन बढ़ाने के लिए किसानों को टीडी-3 व टीडी-4 ग्रेड पर मिलने वाला इनसेंटिव टीडी-5 की कीमत का क्रमश: 20 फीसदी व 8 फीसदी रहेगा। जूट के समर्थन मूल्य में इस वृद्धि को किसानों को जूट की खेती के प्रति आकर्षित करने और इसका उत्पादन बढ़ाने के मद्देनजर देखा जा रहा है। जूट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया इस बार भी टेक्सटाइल मंत्रालय की नोडल एजेंसी के रूप में कच्चे जूट की खरीद करेगा। आसाम, बिहार, मेघालय, नागालैंड, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा में जूट की खेती बड़े स्तर पर की जाती है। (Business Bhaskar)

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