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14 फ़रवरी 2014

मार्च में आने वाली नई फसल के गेहूं निर्यात के लिए सौदे शुरू

आर एस राणा : नई दिल्ली... | Feb 14, 2014, 01:35AM IS घरेलू कारोबार : दक्षिण भारतीय मिलों ने यूपी से खरीद सौदे किए 1600-1625 रुपये प्रति क्विंटल पर कांडला बंदरगाह पहुंच के खरीद सौदे हुए 80,000 टन नई फसल के गेहूं के सौदे किए हैं फिलहाल निर्यातकों ने 75,000 टन के खरीद सौदे दक्षिण भारत की फ्लोर मिलों ने किए गेहूं की आने वाली नई फसल के मार्च-अप्रैल डिलीवरी के निर्यात सौदे शुरू हो गए हैं। निर्यातक कंपनियों ने गुजरात और उत्तर प्रदेश से कांडला बंदरगाह पहुंच गेहूं के खरीद सौदे 1,600 से 1,625 रुपये प्रति क्विंटल की दर से करीब 75,000 से 80,000 टन के निर्यात सौदे किए हैं। दक्षिण भारत की रोलर फ्लोर मिलों ने भी उत्तर प्रदेश से अप्रैल डिलीवरी का करीब 75,000 टन गेहूं खरीदा है। प्रवीन कॉमर्शियल कंपनी के प्रबंधक नवीन गुप्ता ने बताया कि निर्यातक कंपनियों ने गेहूं की आने वाली नई फसल के निर्यात सौदे शुरू कर दिए हैं। आईटीसी के साथ ही दो अन्य नामी कंपनियों ने गुजरात से मार्च डिलवरी के करीब 40,000 टन गेहूं के निर्यात सौदे किए हैं। उत्तर प्रदेश से भी करीब 35,000-40,000 टन गेहूं के निर्यात सौदे 1,600 से 1,625 रुपये प्रति क्विंटल कांडला बंदरगाह पहुंच किए है। उत्तर प्रदेश से गेहूं की खरीद 1,440 रुपये प्रति क्विंटल रैक लोडिंग के आधार पर की गई है। उधर दक्षिण भारत की फ्लोर मिलों ने भी उत्तर प्रदेश से अप्रैल डिलीवरी के करीब तीन रैकों के सौदे किए हैं। एम संस इंटरनेशनल लिमिटेड के सलाहकार टी पी एस नारंग ने बताया कि मई-जून में रूस और यूक्रेन में गेहूं की आने वाली फसल के आधार पर विश्व बाजार में गेहूं के दाम तय होंगे। हालांकि चालू रबी में गेहूं की घरेलू पैदावार ज्यादा होने का अनुमान है, ऐसे में आगामी दिनों में निर्यात सौदे बढऩे का अनुमान है। केंद्र सरकार ने गेहूं निर्यात के लिए न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) 260 डॉलर प्रति टन तय किया हुआ है तथा इस समय सार्वजनिक कंपनियां 275 डॉलर प्रति टन से नीचे की निविदा को स्वीकार नहीं कर रही हैं। यह सही है कि निर्यातकों के साथ ही स्टॉकिस्टों की अच्छी मांग से गेहूं उत्पादकों को दाम अच्छा मिलेगा। गेहूं के थोक कारोबारी राधेश्याम गुप्ता ने बताया कि केंद्र सरकार ने गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमईपी) 1,400 रुपये प्रति क्विंटल तय हुआ है। मध्य प्रदेश और राजस्थान की राज्य सरकारें किसानों को अलग से 100 रुपये प्रति क्विंटल का बोनस दे सकती है, इसीलिए कंपनियां गुजरात और उत्तर प्रदेश से खरीद को तरजीह दे रही हैं। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2013-14 के पहले 9 महीनों (अप्रैल से दिसंबर) के दौरान 6,831.49 करोड़ रुपये मूल्य का 41.62 लाख टन गेहूं का निर्यात हो चुका है। कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू रबी में गेहूं की बुवाई पिछले साल के 298.19 लाख हैक्टेयर से बढ़कर 315.32 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है। (Business Bhaskar....R S Rana)

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