कुल पेज दृश्य

18 फ़रवरी 2015

मसालों का निर्यात 12 फीसदी बढ़ा

देश से मसालों का निर्यात चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि की तुलना में मात्रा के लिहाज से 12 फीसदी और कीमत के लिहाज से 9 फीसदी बढ़ा है। मसाला बोर्ड के ताजा आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल से सितंबर तक 4,21,570 टन मसालों का निर्यात हुआ, जिनकी कुल कीमत 6,963 करोड़ रुपये थी। आलोच्य अवधि के दौरान वर्ष 2014-15 में मसालों के निर्यात के लिए तय किया गया लक्ष्य मात्रा के लिहाज से 56 फीसदी और कीमत की दृष्टि से 57 फीसदी हासिल हो गया है। 

बोर्ड ने चालू वित्त वर्ष में 12,305 करोड़ रुपये कीमत के 7,55,000 टन मसालों के निर्यात का लक्ष्य तय किया था। आलोच्य अवधि के दौरान अदरक, जीरा, अजवाइन और मिर्च के निर्यात में अच्छी बढ़ोतरी रही, जबकि लहसुन, जायफल, सौंफ, मेथी और इलाचयी के निर्यात में गिरावट दर्ज की गई। अदरख का निर्यात 41 फीसदी की भारी बढ़ोतरी के साथ 8,300 टन हो गया, जिसकी कीमत 103 करोड़ रुपये थी। जीरे का निर्यात 25 फीसदी बढ़कर 87,500 टन रहा, जिसकी कीमत 102.73 करोड़ रुपये रही। 

मसालों के तेल और ओलिओरेजिन का निर्यात 21 फीसदी बढ़ा है, जिनमें भारत वैश्विक बाजार में अगुआ है। आलोच्य अवधि में इन उत्पादों का निर्यात 5,925 टन रहा, जिनकी कीमत 877.45 करोड़ रुपये थी। चालू वित्त वर्ष की अप्रैल से सितंबर के दौरान 1,547.30 करोड़ रुपये की 1,61,000 टन मिर्च और 240 करोड़ रुपये के 23,000 टन धनिये का निर्यात किया गया। आलोच्य अवधि के दौरान मेथी का निर्यात 40 फीसदी और लहसुन एवं जायफल के निर्यात में 34 फीसदी गिरावट आई है।  (BS Hindi)

कोई टिप्पणी नहीं: