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27 फ़रवरी 2015

एफटीआईएल बेचेगी हिस्सेदारी

फाइनैंशियल टेक्नोलॉजिस ने इस बात का संकेत दिया है कि वह मोबाइल ट्रांजेक्शन और पेमेंट गेटवे कंपनी एटम में अपनी 95 फीसदी हिस्सेदारी बेचकर इससे बाहर निकल रही है। एटम एफटीआईएल की सहायक कंपनी है, जिसकी स्थापना 7-8 साल पहले हुई थी। एफटीआईएल ने अपने वैश्विक एक्सचेंजों जैसे बुर्सा अफ्रीका, बहरीन फाइनैंशियल एक्सचेंज (बीएफएक्स) और दुबई गोल्ड ऐंड कमोडिटी एक्सचेंज (डीजीसीएक्स) में 27.3 फीसदी हिस्सेदारी बेचने का संकेत दिया है। एफटीआईएल ने इंडियन एनर्जी एक्सचेंज की 25.64 फीसदी हिस्सेदारी 2,250 करोड़ रुपये में बेचने के शेयर खरीद समझौते पर भी हस्ताक्षर किए हैं।

एफटीआईएल के चेयरमैन वेंकट चारी ने ये संकेत अपने 68,000 शेयरधारकों को संबोधित पत्र में दिए हैं। उन्होंने शेयरधारकों को सुझाव दिया है कि संकटग्रस्त सहायक कंपनी नैशनल स्पॉट एक्सचेंज (एनएसईएल) के एफटीआईएल में प्रस्तावित विलय का विरोध किया जाए। एक पत्र में चारी ने कहा कि अभी तक एफटीआईएल को विभिन्न परिसंपत्तियों की बिक्री से 2,153 करोड़ रुपये की आमदनी हुई है और एटम, डीजीसीएक्स और अन्य उपक्रमों में हिस्सेदारी बिक्री के लिए बातचीत चल रही है। उन्होंने कहा, 'कंपनी के पास 2,000 करोड़ रुपये की नकदी है, जबकि हिस्सेदारी बिक्री से जुटाई जाने वाली राशि एफटीआईएल के शेयरधारकों की होगी और इसलिए शेयरधारकों को एनएसईएल के एफटीआईएल में विलय का विरोध करना चाहिए।'

एफटीआईएल के शेयरधारकों को संबोधित पत्र बीएसई में पेश किया गया है। इस पत्र में इस बात का जिक्र किया गया है कि किस तरह कंपनी की सब्सिडियरी एनएसईएल के 24 बकायेदारों के 5,600 करोड़ रुपये का डिफॉल्ट करने के बाद एफएमसी ने एफटीआईएल को अयोग्य (नॉट फिट ऐंड प्रॉपर) घोषित किया। एफएमसी के आदेश के बाद अन्य एक्सचेंजों में एफटीआईएल का नियमन करने वाले नियामकों ने भी इसी तरह के आदेश जारी किए। इससे कंपनी को सैकड़ों करोड़ रुपये का नुकसान हुआ, क्योंकि एफएमसी के अयोग्य ठहराने के आदेश को चुनौती दी गई और और यह मामला अभी न्यायालय के विचाराधीन है।

इसे मद्देनजर रखते हुए, 'शेयरधारकों को प्रस्तावित विलय का विरोध करना चाहिए, क्योंकि यह एफटीआईएल के शेयरधारकों के हितों के खिलाफ है और वैध नहीं है, क्योंकि एनएसईएल सीमित उत्तरदायित्व कंपनी है।' एफटीआईएल ने अपनी नकदी और अन्य संपत्तियों की जानकारी बीएसई को दी है। इसमें कहा गया है कि एफटी टावर, जहां कंपनी का कार्यालय है, उसकी कीमत 500 करोड़ रुपये है। कंपनी की बुक वैल्यू 614 रुपये प्रति शेयर है। कंपनी के शेयर की कीमत इस समय 172.5 रुपये प्रति शेयर चल रही है। एफटीआईएल ने कहा कि 474 करोड़ रुपये के ऋण को घटाने के बाद उसके पास शुद्ध नकदी 1,585 करोड़ रुपये है, जो 344 रुपये प्रति शेयर होती है। इस बारे में जानकारी रखने वाले सूत्रों ने कहा कि डीजीसीएक्स सहित सभी वैश्विक एक्सचेंजों में हिस्सेदारी बेचने के लिए बातचीत चल रही है। वहीं, कंपनी एटीओएम में अपनी 95 फीसदी हिस्सेदारी बेचने के लिए भी सौदेबाजी कर रही है। 

प्रस्तावित विलय का एफटीआईएल, प्रमुख अल्पांश हिस्सेदारों भारत एवं रवि सेठ और चार बैंकों (सिंडिकेट बैंक, यूनियन बैंक, स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक और सिंगापुर के डीबीएस बैंक) ने विरोध किया है। सभी अन्य शेयरधारकों से कंपनी मामलों के मंत्रालय में अपना विरोध दर्ज कराने को कहा गया है। (BS Hindi)

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