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18 मार्च 2015

बारिष से दलहनी फसलों को भारी नुकसान, कीमतों में बनने लगी है तेजी


आर एस राणा
नई दिल्ली। बेमौसम बारिष से दलहनी फसलों चना, अरहर और मसूर की फसल की भारी नुकसान हुआ है इससे इनकी कीमतों में तेजी की संभावना है। चने के भाव बढ़कर लारेंस रोड पर 3,650 रूपये प्रति क्विंटल हो गए जबकि अरहर की कीमतें उत्पादक मंडियों में 5,700 से 5,800 रूपये प्रति क्विंटल हो गई। मसूर की कीमतें 5,600 रूपये प्रति क्विंटल चल रही हैं।
दलहन के आयातक संतोश उपाध्याय ने बताया कि उत्पादक राज्यों में हुई बारिष से रबी दलहन की फसलों चना, अरहर और मसूर की फसल को भारी नुकसान हुआ है। इससे इनकी कीमतों में तेजी बननी षुरू हो गई है। आयातित दहलन की फसलों के दाम भी उंचे बने हुए हैं। उन्होेंने बताया कि आयातित चने के भाव मुंबई में अप्रैल डिलवरी के सौदे 3,900 रूपये चले रहे है। आयातित अरहर के भाव 925 डॉलर, उड़द के 870-935 डॉलर, और मसूर के 875 डॉलर प्रति टन है।
दलहन कारोबारी दुर्गा प्रसाद ने बताया कि चालू रबी में दलहनी फसलों की बुवाई में पहले ही कमी थी साथ ही बैमौसम बारिष से इनको भारी नुकसान हुआ है। इसलिए इनकी कीमतों में पिछले दो-तीन दिनों में 200 से 400 रूपये प्रति क्विंटल की तेजी आ चुकी है। उन्होंने बताया कि आगामी दिनों में अरहर के दाम बढ़कर 8,000 रूपये, चने के दाम बढ़कर 4,400 रूपये और मूंग के 10,000 रूपये प्रति क्विंटल, मसूर के भाव 6,000 रूपये प्रति क्विंटल के पार होने की आषंका है। इसी तरह से उड़दा के दाम भी बढ़कर 7,200 रूपये प्रति क्विंटल हो का अनुमान है।
कृशि मंत्रालय के दूसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार चालू रबी में दालों की पैदावार घटकर 129.3 लाख टन ही होने का अनुमान है जबकि पिछले सीजन में इनकी पैदावार 137.9 लाख टन की हुई थी। रबी दलहन की प्रमुख फसल चने की पैदावार चालू रबी में पिछले साल के 95.3 लाख टन से घटकर 82.8 लाख टन ही होने का अनुमान है। चालू रबी में दलहनी फसलों की बुवाई घटकर 145.90 लाख हैक्टेयर में हुई है जबकि पिछले सीजन में इनकी बुवाई 162.2 लाख हैक्टेयर में हुई थी। इसमें चने की बुवाई पिछले साल के 102.2 लाख हैक्टेयर से घटकर 85.9 लाख हैक्टेयर में ही हुई है।......आर एस राणा

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