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14 अप्रैल 2015

पाकिस्तान में भारत के सस्ते प्याज की मांग बढ़ी

खराब क्वॉलिटी और कीमतों में 15 पर्सेंट की तेजी आने से पाकिस्तान में भारत के प्याज की जबरदस्त मांग है। इंडियन ट्रेडर्स ने कहा कि घरेलू बाजार में प्याज की कीमत में आई गिरावट का फायदा उठाने के लिए उनके पास करीब एक महीने का समय है। पिछले एक पखवाड़े में प्याज की कीमतों में करीब 5 पर्सेंट की गिरावट आई है और देश के थोक बाजारों में इसकी कीमत 7-12 रुपये प्रति किलो है। महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश और बिहार में प्याज की फसल को खेतों से बाहर निकाले जाने का काम तेजी से चल रहा है और ऐसे में बाजार में नई फसल की आवक से कीमतों में और अधिक गिरावट की संभावना है।
पाकिस्तान के अलावा एक्सपोर्टर्स को बांग्लादेश, श्रीलंका, मलेशिया, सिंगापुर, इंडोनेशिया और खाड़ी देशों से जबरदस्त डिमांड मिल रही है। भारत दुनिया में प्याज का दूसरा बड़ा उत्पादक देश है और इसकी खासियत यह है कि यहां सालों भर इसकी सप्लाई बनी रहती है। नासिक डिस्ट्रिक्ट अनियन ट्रेडर्स एसोसिएशन के प्रेसिडेंट सोहनलाल भंडारी ने कहा, 'अधिकांश दक्षिण एशियाई और मध्य पूर्व के देशों में भारतीय प्याज की मांग बनी हुई है। एक्सपोर्ट से किसानों को फसल की वाजिब कीमत मिल पाएगी।' भंडारी ने कहा कि नासिक मंडी में प्याज की रोजाना आवक 2 लाख क्विंटल से अधिक है। यहां इसकी कीमत 7-12 रुपये प्रति किलो है। 2013-14 में भारत से करीब 3,170 करोड़ रुपये का 14.8 करोड़ टन प्याज एक्सपोर्ट हुआ था। नासिक के प्याज की पाकिस्तानी ट्रेडर्स के बीच जबरदस्त मांग है। पाकिस्तानी ट्रेडर्स दिल्ली के एक्सपोर्टर्स से माल खरीदते हैं। दिल्ली की आजादपुर मंडी में सब्जियों के ट्रेडर महिंदर सनपाल ने कहा कि करीब 5-10 ट्रक रोजाना वाघा बॉर्डर से भेजे जा रहे हैं। प्रत्येक ट्रक में करीब 15 टन प्याज होता है। उन्होंने कहा, 'दिल्ली में देश भर से रोजाना 100 ट्रक प्याज आ रहे हैं। इस वजह से आने वाले दिनों में प्याज की थोक कीमतों में 2-3 रुपये की गिरावट आएगी।'
अमृतसर के एक्सपोर्टर अनिल मेहरा ने कहा कि पाकिस्तान के सिंध और पंजाब प्रांत में नई फसल के बाजार में आने तक नासिक के प्याज की मांग बनी रहेगी। काबुल ट्रेडिंग कंपनी के मेहरा ने कहा, 'वाघा बॉर्डर पर ट्रक खड़े हैं क्योंकि अभी तक इंपोर्टर्स को इसकी अनुमति नहीं मिली है। पाकिस्तान में कमजोर क्वॉलिटी की प्याज होती है। वहां प्याज की कीमतें 15 पर्सेंट तक अधिक हैं। इसलिए पाकिस्तान में भारतीय प्याज की मांग बनी हुई है।' इसके साथ ही मुंबई से कंटेनर के जरिये कराची सीधे प्याज का एक्सपोर्ट किए जाने की उम्मीद है। भंडारी ने कहा, 'एक्सपोर्ट मार्केट में ईरान और चीन हमें टक्कर दे सकते हैं लेकिन क्वॉलिटी और प्राइसिंग की वजह से भारतीय प्याज को प्राथमिकता दी जाती है।' (ET Hindi)

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