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15 जून 2015

बासमती चावल का निर्यात अप्रैल में 22 फीसदी बढ़ा


आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू वित वर्ष 2015-16 के पहले महीने अप्रैल में बासमती चावल के निर्यात में 22 फीसदी की बढ़ोतरी होकर कुल निर्यात 3.48 लाख टन का हुआ है। हालांकि मूल्य के हिसाब से अप्रैल में बासमती चावल के निर्यात में 12.1 फीसदी की गिरावट आकर कुल निर्यात 2,136.72 करोड़ रुपये का हुआ है।
एपीडा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अप्रैल महीने में देष से बासमती चावल का निर्यात बढ़कर 3.48 लाख टन का हुआ है जबकि पिछले साल अप्रैल महीने में 2.85 लाख टन का हुआ था। उन्होंने बताया कि यूएई के साथ ही अन्य खाड़ी देषों से बासमती चावल के आयात सौदे ज्यादा हो रहे हैं। हालांकि ईरान की आयात मांग नए वित वर्ष में भी कम रहेगी, लेकिन यूरोपीय यूनियन के देषों के अलावा कुछ खाड़ी देषों की आयात मांग ज्यादा रहेगी जिससे बासमती चावल के कुल निर्यात में 2015-16 में बढ़ोतरी होने का अनुमान है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार वित वर्ष 2015-16 के पहले महीने अप्रैल में मूल्य के हिसाब से बासमती चावल का निर्यात 12.1 फीसदी घटकर 2,135.72 करोड़ रुपये का ही हुआ है जबकि पिछले साल अप्रैल महीने में 2,428.28 करोड़ रुपये मूल्य का बासमती चावल का निर्यात हुआ था। घरेलू मार्किट में बासमती चावल की कीमतों में आई भारी गिरावट के कारण मूल्य के हिसाब से निर्यात में गिरावट आई है।
बासमती चावल के कारोबारी हरीष गुप्ता ने बताया कि उत्पादक मंडियों में पूसा-1,121 बासमती चावल सेला का भाव घटकर 3,900 से 4,000 रुपये प्रति क्विंटल रह गए जबकि पूसा-1,509 बासमती चावल के सेला का भाव घटकर 3,200 से 3,300 रुपये प्रति क्विंटल रह गया।
एपीडा के अनुसार वित वर्ष 2014-15 में देष से 37 लाख टन बासमती चावल का निर्यात ही हुआ है जबकि इसके पिछले वित वर्ष 2013-14 में 37.5 लाख टन बासममी चावल का निर्यात हुआ था। भारत से बासमती चावल का सबसे ज्यादा निर्यात साउदी अरब, इराक, संयुक्त अरब अमीरात, अमेरिका और यूरोपीय यूनयिन के देषों को होता है।........आर एस राणा

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