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02 जून 2015

उंचे भाव में जीरा की मांग कमजोर, लेकिन भविष्य में तेजी के ही आसार


आर एस राणा
नई दिल्ली। जीरा की उंची कीमतों में मसाला निर्माताओं की मांग पहले की तुलना में कम जरुर हुई है लेकिन चालू सीजन में बढ़िया क्वालिटी के जीरा की उपलब्धता कम है तथा सीरिया में राजनीतिक गतिरोध बना हुआ है। ऐसे में जीरा की कीमतें भविष्य में तेज ही बने रहने की संभावना है। उंझा मंडी में मंगलवार को जीरा के भाव 3,000 से 3,200 रुपये प्रति 20 किलो रहे। बढ़िया क्वालिटी के जीरा के भाव 3,300 से 3,500 रुपये प्रति 20 किलो रहे।
जीरा कारोबारी विरेंद्र अग्रवाल ने बताया कि उंची कीमतों में मांग कम होने से सप्ताहभर से जीरे की कीमतों में 100 से 200 रुपये प्रति 20 किलो की गिरावट तो आई है लेकिन चालू सीजन में बढ़िया क्वालिटी के जीरे की उपलब्धता कम है। सीरिया में राजनीतिक गतिरोध बना हुआ है जिसकी वजह से अप्रैल से शुरु हुए नए वित वर्ष 2015-16 में देश से जीरा के निर्यात में बढ़ोतरी होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि चालू सीजन में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से जीरा की फसल को उत्पादकता के साथ ही क्वालिटी भी प्रभावित हुई है। ऐसे में जीरा की कीमतों में भविष्य में तेजी ही बनने की संभावना है।
जीरा व्यापारी आर पोपट ने बताया कि उंझा मंडी में जीरा की दैनिक आवक घटकर 7,000 से 8,000 बोरियों (एक बोरी-55 किलो) की हो रही जबकि दैनिक मांग 8,000 से 10,000 बोरियों की बनी हुई है। उन्होंने बताया कि चालू सीजन में जीरा का स्टॉक 40 से 45 लाख बोरी का हो चुका है। बढ़िया क्वालिटी के जीरा में स्टॉकिस्टों की बिकवाली कम हो गई है जबकि किसानों की आवक कम है। ऐसे में जैसे ही निर्यातकों के साथ घरेलू मसाला निर्माताओं की मांग जीरा में बढ़ेगी, मौजूदा कीमतों में तेजी बनने की संभावना है।
गुजरात राज्य के कृषि मंत्रालय के अनुसान फसल सीजन 2014-15 में जीरा की बुवाई घटकर 2.66 लाख हैक्टेयर में ही हुई थी जबकि फसल सीजन 2013-14 में इसकी बुवाई 4.55 लाख हैक्टेयर में हुई थी। मंत्रालय के अनुसार फसल सीजन 2014-15 में जीरा का उत्पादन घटकर 1.58 लाख टन ही होने का अनुमान है जबकि पिछले साल 3.46 लाख टन जीरा की पैदावार हुई थी।
भारतीय मसाला बोर्ड के अनुसार वित वर्ष 2014-15 के पहले 9 महीनों अप्रैल से दिसंबर के दौरान जीरा के निर्यात में 28 फीसदी की बढ़ोतरी होकर कुल निर्यात 1,28,000 टन का हुआ है जबकि पिछले वित वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 1,00,340 टन का निर्यात हुआ था। मसाला बोर्ड ने निर्यात का लक्ष्य वित वर्ष 2014-15 में एक लाख टन का रखा था। विदेशी बाजार में भारतीय जीरा का भाव 3.70 डॉलर प्रति किलो है जबकि पिछले साल इस समय भाव 2.65 डॉलर प्रति किलो था।.....आर एस राणा

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