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05 जून 2015

फॉस्फोरस-पोटाश आयात न करने पर पंजीकरण रद्द

उर्वरक मंत्रालय ने फॉस्फोरस और पोटैशियम उर्वरक आयात करने वाली 31 कंपनियों का पंजीकरण रद्द कर दिया है। जिन कंपनियों का पंजीकरण रद्द किया गया है उसमें आदित्य बिड़ला समूह की कंपनी हिंडाल्को तथा इंडो-गल्फ फर्टिलाइजर्स तथा सार्वजनिक क्षेत्र की एमएमटीसी तथा एनएफएल शामिल हैं।  इन कंपनियों ने पिछले दो साल में फॉस्फोरस और पोटैशियम उर्वरक आयात नहीं किया, इसीलिए इनका पंजीकरण रद्द किया गया है। कोई भी कंपनी जो उर्वरक का आयात करती है, उसे अपना पंजीकरण उर्वरक विभाग के पास कराना होता है ताकि वह एनबीएस योजना के तहत सब्सिडी का दावा कर सके। मंत्रालय ने 1 जून को कंपनियों को भेजे पत्र में कहा है, 'एनबीएस (पोषक तत्त्व आधारित सब्सिडी योजना) के तहत योग्य प्राधिकरण द्वारा फॉस्फोरस और पोटाश उर्वरकों का आयात करने वाली कंपनियों का पंजीकरण तत्काल रद्द करने का निर्णय किया गया है।'

महिंद्रा ऐंड महिंद्रा, मधु फर्टिलाइजर्स, खेतान केमिकल्स ऐंड फर्टिलाइजर्स, रामा फॉस्फेट, द फॉस्फेट कंपनी, ग्रीनस्टार फर्टिलाइजर्स तथा शिवशक्ति बायो टेक्नोलाजीज उन कंपनियों में शामिल हैं जिनका पंजीकरण रद्द किया गया है। मंत्रालय ने मिनरल्स ऐंड मेटल्स ट्रेडिंग कारपोरेशन, गुजरात नर्मदा वैली केमिकल्स ऐंड फर्टिलाइजर्स (जीएनएफसी), मद्रास फर्टिलाइजर्स, नैशनल फर्टिलाइजर्स तथा नैशनल एग्रीकल्चर कोऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन (नेफेड) समेत सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों का पंजीकरण भी रद्द किया है। उर्वरक विभाग ने लिखे पत्र में कहा है, 'इस विभाग के रिकॉर्ड के तहत यह पाया गया कि आपकी कंपनी ने पिछले दो साल में सब्सिडी वाला कोई उर्वरक का आयात नहीं किया, अत: आपसे यह स्पष्ट करने को कहा जाता है कि आयातक के रूप में आपका पंजीकरण क्यों नहीं रद्द कर दिया जाना चाहिए।' इस बीच मंत्रालय ने यह स्पष्ट किया है कि ये कंपनियां नए सिरे से पंजीकरण के लिए आवेदन कर सकती हैं। ताजा पत्र में कहा गया है, 'जो कंपनियां एनबीएस योजना के तहत सब्सिडी वाला फॉस्फोरस और पोटैशियम उर्वरक आयात करना चाहती हैं, उन्हें पंजीकरण के लिए फिर से आवेदन देने की सलाह दी जाती है।' (BS Hindi)

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