कुल पेज दृश्य

27 जुलाई 2015

गुजरात में बारिष से केस्टर सीड की बुवाई बढ़ने की संभावना, भाव में गिरावट


केस्टर तेल में अच्छी निर्यात मांग से भाव में फिर सुधार आने का अनुमान
आर एस राणा
नई दिल्ली। गुजरात के प्रमुख केस्टर सीड उत्पादक क्षेत्रों में पिछले तीन दिनों से हुई अच्छी बारिष से बुवाई बढ़ने की संभावना है। ऐसे में मिलों की मांग घटने से केस्टर सीड की कीमतों में 75 से 100 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आकर भाव 3,800 से 3,900 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। हालांकि इस समय केस्टर तेल में निर्यात मांग अच्छी बनी हुई है जिससे भाव में फिर से सुधार आने का अनुमान है।
केस्टर सीड के थोक कारोबारी कुषल राज पारिख ने बताया कि उत्पादक क्षेत्रों में पिछले तीन दिनों से हुई बारिष से केस्टर सीड की बुवाई हो चुकी फसल को तो फायदा होगा ही, साथ ही जिन क्षेत्रो में बुवाई नहीं हुई है, वहां भी बुवाई बढ़ने का अनुमान है। इसीलिए कीमतों में गिरावट दर्ज की गई। उन्होंने बताया मंडियो में केस्टर सीड के भाव घटकर 3,800 रुपये और प्लांट डिलीवरी 3,900 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। केस्टर तेल का भाव 790 से 795 रुपये प्रति 10 किलो रहा।
केस्टर व्यापारी वामन भाई ने बताया कि केस्टर तेल के निर्यात सौदे 1,270 डॉलर प्रति टन की दर से हो रहे हैं तथा इस समय चीन की आयात मांग अच्छी है। चालू वित्त वर्ष 2015-16 में केस्टर तेल का निर्यात पिछले साल से ज्यादा ही होने का अनुमान है। वैसे भी इस समय उत्पादक मंडियों में केस्टर सीड की दैनिक आवक घटकर 20 से 25 हजार बोरियों (एक बोरी-75 किलो) की रह गई।  ऐसे में आगामी दिनों में फिर से केस्टर सीड की कीमतों में सुधार आने का अनुमान है।
साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोएिषन आफ इंडिया (एसईए) के अनुसार चालू वित वर्ष 2015-16 के पहले दो महीनों अप्रैल से मई के दौरान 90,396 टन केस्टर तेल का निर्यात हो चुका है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 85,837 टन तेल का निर्यात हुआ है। वित वर्ष 2014-15 में देष से 4.59 लाख टन केस्टर तेल का निर्यात हुआ था तथा चालू वित वर्ष 2015-16 में भी निर्यात अच्छा होने का अनुमान है।
कृषि मंत्रालय के तीसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2014-15 में केस्टर सीड की पैदावार बढ़कर 18.24 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इसकी पैदावार 17.27 लाख टन की हुई थी।.....आर एस राणा

कोई टिप्पणी नहीं: