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21 जुलाई 2015

गेहूं का आयात महंगा होने से ओएमएसएस के तहत केंद्रीय पूल से उठाव संभव


डेडीकेट मूंवमेंट में एमपी से दक्षिण भारत की फलोर मिलें बढ़ा सकती हैं खरीद
आर एस राणा
नई दिल्ली। आस्ट्रेलिया से आयातित गेहूं की कीमतों में महीने भर में करीब 30 डॉलर प्रति
टन की तेजी आ चुकी है। जून महीने के षुरु में आस्ट्रेलियाई गेहूं के भाव 262 डॉलर प्रति टन थे जबकि इस समय भाव 292 डॉलर प्रति टन भारत पहुंच हो गए हैं। ऐसे में भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) द्वारा खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत मध्य प्रदेष से बेचे जाने वाले डेटीकेट मूवमेंट के आधार पर गेहूं के उठाव की उम्मीद बनी है।
गेहूं आयातक फर्म के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आस्ट्रेलिया से आयातित गेहूं की कीमतों में महीने भर में करीब 30 डॉलर प्रति टन की तेजी आ चुकी है। रुपये के हिसाब से आस्ट्रेलियाई गेहूं का भाव दक्षिण भारत की मिलों में पहुंच 1,990 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है हालांकि इन भाव में मिलें खरीद नहीं कर रही है जबकि महीना भर पहले इसका भाव मिल पहुंच 1,770 से 1,780 रुपये प्रति क्विंटल था। उन्होंने बताया कि दक्षिण भारत की मिलें इस समय राजस्थान की कोटा मंडी में 1,800 रुपये और उत्तर प्रदेष से 1,790-1,800 रुपये ओर मध्य प्रदेष से 1,770-1,780 रुपये प्रति क्विंटल पहुंच की दर से गेहूं के खरीद सौदे कर रही है।
गेहूं कारोबारी कमलेष कुमार ने बताया कि आयातित गेहूं के भाव तेज हो गए हैं जबकि उत्पादक राज्यों की मंडियों में गेहूं की आवक कम हो गई है। ऐसे में आगामी दिनों में दक्षिण भारत की फ्लोर मिलें मध्य प्रदेष से ओएमएसएस के तहत डेडीकेट मूवमेंट स्कीम के गेहूं की खरीद को तरजीह देंगी। एफसीआई ने मध्य प्रदेष, पंजाब और हरियाणा से ओएमएसएस के तहत गेहूं का बिक्री भाव 1,550 रुपये प्रति क्विंटल तय कर रखा है इसमें परिवहन लागत एवं अन्य खर्च मिलों को स्वयं वहन करनें होंगे। उन्होंने बताया कि पंजाब और हरियाणा में केंद्रीय पूल में खरीदे गए गेहूं का क्वालिटी हल्की है जबकि मध्य प्रदेष के गेहूं की अच्छी है इसलिए फ्लोर मिलें पंजाब व हरियाणा के बजाए मध्य प्रदेष से सरकारी गेहूं की खरीद को प्राथमिकता देंगी।
दक्षिण भारत के एक फ्लोर मिलर्स ने बताया कि इस समय मिलें आयातित गेहूं के बजाए मध्य प्रदेष, राजस्थान और यूपी से गेहूं की खरीद ज्यादा कर रही हैं। हालांकि इन राज्यों की मंडियों मेें गेहूं की आवक पहले की तुलना में कम हुई है इसलिए मिलें मध्य प्रदेष से डेडीकेट मूंवमेंट के तहत गेहूं खरीद की संभावना तलाष रही हैं। उन्होंने बताया कि चालू सीजन में आस्ट्रेलिया से करीब 3.5 लाख टन गेहूं के आयात सौदे हुए हैं जिसमें से करीब 1.50 लाख टन गेहूं भारत पहुंच भी चुका है। आस्ट्रेलिया में गेहूं के भाव बढ़कर 254 डॉलर, रुस में 202 डॉलर और यूक्रेन मे 200 डॉलर प्रति टन हो गए हैं। रुस की सरकार ने गेहूं के निर्यात पर षुल्क लगा दिया है जिसकी वजह से भाव में तेजी आई है।.......आर एस राणा

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