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12 अगस्त 2015

पहली तिमाही में बासमती चावल का निर्यात घटा, गैर बासमती का बढ़ा


आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2015-16 की पहली तिमाही अप्रैल से जून के दौरान देष से बासमती चावल के निर्यात में मूल्य के हिसाब से 19.28 फीसदी की गिरावट आकर कुल निर्यात 6,779.89 करोड़ रुपये का ही हुआ है जबकि इस दौरान गैर-बासमती चावल के निर्यात में मूल्य के हिसाब से 6.79 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
उद्योग एंव वाणिज्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मूल्य के हिसाब से चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में बासमती चावल के निर्यात में कमी आई है। चालू वित्त वर्ष 2015-16 के पहले तीन महीनों अप्रैल से जून के दौरान केवल 6,779.89 करोड़ रुपये मूल्य का ही बासमती चावल का निर्यात हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2014-15 की समान अवधि में 8,399.44 करोड़ रुपये मूल्य का निर्यात हुआ था।
उन्होंने बताया कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में गैर-बासमती चावल के निर्यात में मूल्य के हिसाब से 6.79 फीसदी की बढ़ोतरी होकर कुल निर्यात 3,864.36 करोड़ रुपये का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 3,618.70 करोड़ रुपये का हुआ था।
एपीडा के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2015-16 के पहले दो महीनों अप्रैल-मई में देष से बासमती के साथ ही गैर बासमती चावल के निर्यात में भी बढ़ोतरी हुई है। एपिडा के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2015-16 के पहले दो महीनों में 7.80 लाख टन बासमती चावल का निर्यात हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 6.22 लाख टन का हुआ था। इस दौरान देष से 10.48 लाख टन गैर-बासमती चावल का निर्यात हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 9.29 लाख टन गैर बासमती चावल का निर्यात हुआ था।
उत्पादक मंडियों में पूसा बासमती 1,121 धान की कीमतें 2,300 से 2,450 रुपये और बासमती धान की कीमतें 2,300 से 3,200 रुपये प्रति क्विंटल रही। महीने भर में इनकी कीमतों में करीब 100 से 150 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आई है।
कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में धान की रौपाई बढ़कर 277.89 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 265.90 लाख हैक्टेयर में ही इसकी रौपाई हो पाई थी।......आर एस राणा

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