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19 सितंबर 2015

निर्यातकों की मांग से जीरा की कीमतों में आई तेजी


आर एस राणा
नई दिल्ली। सप्ताह के षुरु में जीरा की कीमतों में गिरारट जरुर आई थी लेकिन उसके बाद से नीचे भाव में मसाला कंपनियों के साथ ही निर्यातकों की मांग से भाव तेजी देखी गई। त्यौहारी सीजन होने के कारण जीरा में घरेलू मांग अच्छी है साथ ही, निर्यातकों की मांग भी अब बढ़ने लगी है। गुजरात की उंझा मंडी में जीरा के भाव 3,000 से 3,300 रुपये प्रति 20 किलो रहे तथा दैनिक आवक 2,500 से 3,000 बोरी की हुई जबकि दैनिक सौदे 7,000 बोरियों के हुए।
चालू सीजन में जीरा की पैदावार पिछले साल की तुलना में कम होने का अनुमान है जबकि बेमौसम बारिष और ओलावृष्टि से जीरे की फसल की क्वालिटी भी प्रभावित हुई थी। ऐसे में अच्छी गुणवत्ता के जीरा की उपलब्धता कम है जिससे अच्छी गुणवत्ता के जीरा की कीमतों में और भी सुधार आने का अनुमान है।
जीरा के अन्य उत्पादक देषों सीरिया और टर्की में जीरा का नई फसल आने से विष्व बाजार में भी जीरा की कीमतों में हल्की गिरावट आई है। विष्व बाजार में भारतीय जीरे का भाव घटकर 3.31 डॉलर प्रति किलो रह गया जबकि विष्व बाजार में महीनाभर पहले इसके भाव 3.42 डॉलर प्रति किलो थे। हालांकि पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले विष्व बाजार में जीरा के भाव तेज है। पिछले साल की समान अवधि में अंतरराष्ट्रीय बाजार में जीरा के भाव 2.93 डॉलर प्रति किलो थे।
भारतीय मसाला बोर्ड के अनुसार वित वर्ष 2014-15 के दौरान देष से जीरा का निर्यात बढ़कर 1,55,500 टन का हुआ है जबकि वित वर्ष 2013-14 में इसका निर्यात 1,21,500 टन का हुआ था।.....आर एस राणा

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