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12 सितंबर 2015

अक्टूबर में घट सकते हैं प्याज के भाव


आर एस राणा
नई दिल्ली। उत्पादक मंडियों में दैनिक आवक कम होने से प्याज की कीमतों में सप्ताहभर तेजी बनी इस दौरान देषभर की मंडियों में प्याज की कीमतों में औसतन 250 से 300 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आई है। सप्ताह के षुरु में मंडियों में प्याज के औसत भाव 2,787 से 4,867 रुपये प्रति क्विंटल थे जोकि बढ़कर 2,999 से 5,160 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।  महाराष्ट्र की नागपुर मंडी में लाल प्याज का भाव 2,500 से 4,500 रुपये और सफेद प्याज का भाव 2,400 से 4,300 प्रति क्विंटल रहा, राज्य की सांगली मंडी में प्याज का भाव 1,500 से 6,200 रुपये प्रति क्विंटल रहा। पंजाब की अमरतसर मंडी में प्याज का भाव 2,600 से 3,300 रुपये प्रति क्विंटल रहा तथा उड़ीसा की जालेषवर मंडी में प्याज के भाव 4,100 से 4,300 रुपये प्रति क्विंटल रहे।
केंद्र सरकार ने प्याज के न्यूनतम निर्यात मूल्य को बढ़ाकर 700 डॉलर प्रति टन कर देने से प्याज के नए निर्यात सौदे नहीं हो रहे हैं। साथ ही केंद्र सरकार सार्वजनिक कंपनियों के माध्यम से प्याज का आयात भी कर रही है, इसके अलावा प्राइवेट आयातक भी आयात कर रहे है। वैसे भी अगले महीने उत्पादक मंडियों में खरीफ प्याज की दैनिक आवक षुरु हो जायेगी, इसलिए आगामी दिनों में प्याज की कीमतों में गिरावट आने का अनुमान है।
प्याज की पैदावार देष में रबी सीजन के अलावा खरीफ और लेट खरीफ में भी होता है। रबी प्याज की आवक उत्पादक मंडियोें में मार्च से जून महीने तक होती है जबकि खरीफ प्याज की आवक अक्टूबर से दिसंबर तक तथा लेट खरीफ प्याज की आवक उत्पादक मंडियों में जनवरी से मार्च तक होती है। खरीफ में प्याज का उत्पादन 15 से 20 फीसदी और लेट खरीफ में 20 से 25 फीसदी होता है जबकि रबी में प्याज का उत्पादन 60 से 65 फीसदी तक होता है।
कृषि मंत्रालय के राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड के आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल वर्ष 2014-15 में प्याज की बुवाई 11.92 लाख हैक्टेयर में हुई है तथा पैदावार 193.57 लाख टन होने का अनुमान है। पिछले साल इसकी बुवाई 12.03 लाख हैक्टेयर में हुई थी तथा पैदावार 194.01 लाख टन की हुई थी। मंत्रालय के अनुसार पिछले साल के मुकाबले 2014-15 में प्याज की बुवाई में कमी आई है जिससे इसकी पैदावार भी पिछले साल के मुकाबले घटने का अनुमान है। वैसे भी प्याज की खुदाई के समय कई क्षेत्रों में बेमौसम बारिष और ओलावृष्टि से भी फसल को नुकसान हुआ था।
वित वर्ष 2014-15 के के दौरान 10.86 लाख टन प्याज का निर्यात हुआ है जबकि वित वर्ष 2013-14 में देष से 13.58 लाख टन प्याज का निर्यात हुआ था जबकि इसके पिछले वित वर्ष 2012-13 में 16.66 लाख टन प्याज का निर्यात हुआ था।....आर एस राणा

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