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03 अक्तूबर 2015

माल्ट कंपनियों की मांग से जौ में तेजी


आर एस राणा
नई दिल्ली। माल्ट कंपनियों के साथ ही पषुआहार वालों की मांग बढ़ने से जौ की कीमतों में तेजी देखी गई। सप्ताहभर में इसकी कीमतों में 25 से 30 रुपये प्रति क्विंटल का सुधार आया है। हरियाणा और राजस्थान की मंडियों में जौ के भाव बढ़कर 1,225 से 1,250 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। इस समय उत्पादक मंडियों में जौ की दैनिक आवक पहले की तुलना में घट रही है, लेकिन विष्व बाजार में दाम कम होने के कारण भारत से निर्यात पड़ते नहीं लग रहे है। यही कारण है कि जो कीमतों में भारी तेजी नहीं आ पा रही है।
प्रमुख उत्पादक राज्यों राजस्थान, उत्तर प्रदेष और हरियाणा में जौ की बुवाई चालू महीने में षुरु हो जायेगी, लेकिन खेतों में नरमी की मात्रा में कम होने के कारण जौ की बुवाई में कमी आने की आषंका है। हरियाणा के जिन जिलों में जौ का उत्पादन होता है वहीं चालू मानसून सीजन में सबसे कम बारिष हुई है जबकि जौ की बुवाई ज्यादातर असिचिंत क्षेत्रफल में ही होती है। फसल की बुवाई के बाद एक-दो अच्छी बारिष हो जाए तो जौ फसल के पर्याप्त होती है। बुवाई में कमी आने की आषंका के कारण ही इस समय जौ में मांग अच्छी बनी हुई है। इस समय माल्ट कंपनियों के साथ-साथ पषुआहार वालों की मांग भी अच्छी है। मौजूदा मांग को देखते हुए इसकी कीमतों में अभी और भी सुधार आने का अनुमान है।
कृषि मंत्रालय के तीसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2014-15 में जौ की पैदावार 16.3 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इसकी पैदावार 18.3 लाख टन की हुई थी।
उत्तर प्रदेष की झांसी मंडी में जौ का भाव 1,050 से 1,200 रुपये प्रति क्विंटल रहे तथा मंडी में दैनिक आवक 5 टन की हुई।......आर एस राणा

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