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22 दिसंबर 2015

हरियाणा और पंजाब में बढ़ेगा गेहूं उत्पादन, यूपी और एमपी में कमी की आषंका


चालू रबी में गेहूं का कुल उत्पादन पिछले साल की तुलना में कम रहने का अनुमान
आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू रबी में हरियाणा के साथ ही पंजाब में भी गेहूं की पैदावार बढ़ने का अनुमान है लेकिन सबसे बड़े उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेष के साथ ही मध्य प्रदेष में भी उत्पादन में कमी की आषंका है। कृषि मंत्रालय के फसल सीजन 2015-16 के लिए पैदावार का लक्ष्य 947.5 लाख टन का रखा है जबकि उत्पादन 880 लाख टन से भी कम होने की आषंका है। फसल सीजन 2014-15 में देष में गेहूं का उत्पादन 889.4 लाख टन का हुआ था।
कृषि मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार चालू रबी में गेहूं की बुवाई में कमी आई ही है साथ ही अभी तक प्रमुख उत्पादक राज्यों में सर्दियों की बारिष भी नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि हालांकि उत्पादक राज्यों में मौसम बारिष का बना हुआ है तथा बारिष हो जाती है तो फिर फसल को फायदा होगा। उन्होंने बताया कि चालू रबी में कुल बुवाई तो पिछले साल के लगभग बराबर ही होने का अनुमान है लेकिन पछेती बुवाई व बारिष की कमी के कारण प्रति हैक्टेयर उत्पादकता में कमी आने की आषंका है। ऐसे में गेहूं की पैदावार पिछले साल की तुलना में कम होने की आषंका है।
कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू रबी में जहां पंजाब और हरियाणा में गेहूं की बुवाई बढ़ी है वहीं उत्तर प्रदेष और मध्यप्रदेष में बुवाई में कमी आई है। अभी तक देषभर में 239.45 लाख हैक्टेयर में ही गेहूं की बुवाई हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक 268.26 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी। पंजाब में अभी तक 34.30 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 34.08 लाख हैक्टेयर में ही बुवाई हुई थी। इसी तरह से हरियाणा में पिछले साल की समान अवधि के 24.40 लाख हैक्टेयर से बढ़कर 24.66 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी है। सबसे बड़े उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेष में केवल 75.59 लाख हैक्टेयर में ही अभी तक गेहूं की बुवाई हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 92.28 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी। मध्य प्रदेष में भी चालू रबी में अभी तक 40.58 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक 46.82 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी।---------आर एस राणा

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