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09 दिसंबर 2015

एनडीडीबी: दाल क्रांति लाने की तैयारी

नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड अब देश में एक दाल क्रांति लाने की तैयारी में है। अपने सफल ब्रांड के जरिए एनडीडीबी ने दाल की टेस्ट मार्केटिंग शुरू कर दी है। उसका मिशन लोगों तक सही दाम में अच्छी क्वालिटी की दाल पहुंचाना है और किसानों को फसल की सही कीमत दिलाना है।

नैशनल डेरी डेवलपमेंट बोर्ड अब अपने ब्रांड सफल के जरिए बेहतर दाल आप तक पहुंचाएगा। दिल्ली के लोगों को सफल की ये दाल खाने का मोका सबसे पहले मिलेगा। एनडीडीबी का मानना है कि दाल की डिमांड और सप्लाई के गैप को भरने का सबसे बढ़िया तरीका अमूल का मॉडल ही है। इससे ग्राहकों और किसानों दोनों के फायदा होगा।

अमूल का मॉडल बेहद सरल है। इसमें 3 स्तर पर काम होता है। हर गांव अपने लेवल पर कलेक्शन करता है और फिर डिस्ट्रिक्ट लेवल पर इसे इक्कठा किया जाता है और इसकी प्रोसेसिंग की जाती है। इसके बाद स्टेट लेवल पर दाल की मार्केटिंग का काम किया जाएगा। सफल ब्रांड की बिक्री से हुई कमाई का अधिकतर हिस्सा किसानों को ही जाएगा। सफल के इस मॉडल को सफल बनाने के लिए एनडीडीबी, कुछ फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गनाइजेसंश के साथ भी काम करेगा।

फिलहाल देश में 22 मिलियन टन दाल की खपत होती है जिसमें से ब्रांडेड दाल का हिस्सा सिर्फ 2 फीसदी ही है। सफल के अलावा बाजार में टाटा आई-शक्ति, अदानी विलमर के फॉर्च्यून ब्रांड मौजुद हैं और जल्द ही महिंद्रा की नुप्रो भी दिखेगी। (hindimoneycantorl.com)

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