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23 अगस्त 2016

इलायची की कीमतों में और तेजी की उम्मीद

पैदावार 30 फीसदी कम होने की आषंका
आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू सीजन में इलायची की नई फसल की आवक एक से डेढ़ महीने देरी से आई है, साथ ही मई-जून में उत्पादक राज्यों में मौसम प्रतिकूल रहा है जिससे पैदावार 25 से 30 फीसदी कम होने की आषंका है। इसीलिए इलायची के भाव तेज बने हुए हैं, माना जा रहा है मौजूदा कीमतों में और भी तेजी आने की संभावना है।
जानकारों के अनुसार चालू फसल सीजन में इलायची की फसल 20 से 21 हजार टन ही होने का अनुमान है, जबकि पिछले साल इसका उत्पादन 25,000 से 26,000 टन का हुआ था। अतः इस बार पैदावार करीब 25 से 30 फीसदी कम रहेगी। इस समय नीलामी केंद्रों पर इलायची के भाव 800 से 1,100 रुपये और बोल्ड क्वालिटी के भाव 1,200 से 1,400 रुपये प्रति किलो चल रहे हैं। हालांकि इस समय इलायची में निर्यातकों की मांग कम है तथा चालू महीने के पहले सप्ताह एक अगस्त से 6 अगस्त के दौरान केवल 33 टन इलायची का निर्यात हुआ है।
इस समय भारतीय इलायची का भाव विष्व बाजार में 13 से 20 डॉलर प्रति किलो का चल रहा है जबकि ग्वाटेमाला की इलायची का भाव 5 से 13 डॉलर प्रति किलो है। अतः ग्वाटेमाला से ज्यादा निर्यात हो रहा है। माना जा रहा है कि ग्वाटेमाला के पास बोल्ड क्वालिटी का माल कम है इसलिए आगे मांग भारत से ज्यादा रहेगी, इसलिए भाव में तेजी आने का ही अनुमान है। ग्वाटेमाला में नई फसल अक्टूबर-नवंबर में आयेगी तथा वहां से षिपमेंट जनवरी-फरवरी में हो पायेगी। इस समय इलायची में स्टॉकिस्टों की मांग अच्छी है, तथा त्यौहारी सीजन के कारण आगामी दिनों में घरेलू मांग और बढ़ेगी। इलायची में स्टॉकिस्टों की खरीद नवंबर-दिसंबर में बनेगी, क्योंकि उस समय हमारे यहां बोल्ड क्वालिटी की इलायची की आवक ज्यादा होती है।...........आर एस राणा

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