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30 अगस्त 2016

हल्दी की पैदावार बढ़ने के अनुमान से बड़ी तेजी की संभावना नहीं

आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू खरीफ में हल्दी की पैदावार बढ़कर 90 लाख बोरी (एक बोरी-65 किलो) होने का अनुमान है जबकि नई फसल पर 24 से 25 लाख बोरी का बकाया स्टॉक भी बचेगा। ऐसे में हल्दी की उपलब्धता ज्यादा होने से बड़ी तेजी की संभावना तो नहीं है लेकिन हल्दी का पुराना स्टॉक मजबूत हाथों में है तथा नई फसल जनवरी-फरवरी में आयेगी, ऐसे में स्टॉकिस्टों की खरीद से अगर भाव में तेजी आये तो स्टॉक बेचना चाहिए।
जानकारों के अनुसार चालू सीजन में अभी तक मौसम फसल के अनुकूल है तथा आगे भी मौसम अनुकूल रहा तो पैदावार तो 85 से 90 लाख बोरी की होगी ही, साथ ही 24 से 25 लाख बोरी बकाया स्टॉक को मिलाकर कुल उपलब्धता 110 लाख बोरी से ज्यादा की ही होगी जबकि देष में हल्दी की सालाना खपत केवल 65 से 68 लाख बोरी की ही होती है।
चालू खरीफ में महाराष्ट्र में हल्दी का उत्पादन 25 से 26 लाख बोरी, आंध्रप्रदेष और तेलंगाना को मिलाकर 24 से 28 लाख बोरी उत्पादन का अनुमान है। इसके अलावा तमिलनाडु, कर्नाटका और केरल तीन राज्यों में भी 24 से 26 लाख बोरी उत्पादन का अनुमान है जबकि उड़ीसा, बिहार और असम में 5 से 7 लाख बोरी का उत्पादन होगा।
चालू खरीफ में तेलंगाना में हल्दी की बुवाई बढ़कर 44,920 हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 39,431 हैक्टेयर में बुवाई हुई थी। राज्य में सामान्यतः हल्दी की बुवाई 48,083 हैक्टेयर में होती है। इसी तरह से आंध्रप्रदेष में हल्दी की बुवाई चालू खरीफ में 9,982 हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि कुल बुवाई खरीफ में 11,754 हैक्टेयर में होती है।
चालू वित्त वर्ष 2016-17 के पहले दो महीनों अप्रैल-मई में हल्दी का निर्यात 31 फीसदी बढ़कर 21,256 टन का हुआ है। विष्व बाजार में हल्दी का भाव 3.42 डॉलर प्रति किलो है जबकि पिछले महीने इसका भाव 3.31 डॉलर प्रति किलो था।......आर एस राणा

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