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17 जनवरी 2017

मूंगफली की गुणवत्ता के लिए उठे कदम

वियतनाम और इंडोनेशिया समेत कुछ अन्य बाजारों द्वारा मूंगफली निर्यात पर लगाए गए प्रतिबंध का सामना करने के बाद इस साल कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) तथा भारतीय तिलहन एवं उत्पाद निर्यात संवर्धन परिषद (आईओपीईपीसी) गुणवत्तापूर्ण उत्पाद सुनिश्चित करने के लिए कुछ प्रतिरोधात्मक उपाय अपना रहे हैं। गुणवत्ता संबंधी मुद्दों से निपटने को उपयुक्त वैश्विक पद्धति अपनाने के लिए यह निकाय किसानों और उत्पादकों के साथ मिलकर कार्य कर रहे हैं।
अनवरत कारोबार के लिए गुणवत्ता वृद्धि एक महत्त्वपूर्ण पहलू है। इसके लिए आईओपीईपीसी एपीडा के साथ मिलकर आयात करने वाले देशों के नए नियमों को साझा कर रही है। परिषद मूंगफली संसाधकों, निर्यातकों और उद्योग के अन्य भागीदारों का गुणवत्ता वृद्धि के लिए मार्गदर्शन भी कर रही है।' गुजरात और महाराष्टï्र के मूंगफली निर्यातक एपीडा द्वारा बार-बार चेतावनी देने के बावजूद कई मौकों पर गुणवत्ता संबंधी मानकों का उल्लंघन करते पाए गए हैं। गुणवत्ता मानकों की उपेक्षा करने पर प्राधिकरण ने दिसंबर में पांच मूंगफली निर्यातकों के लाइसेंस रद्द कर दिए थे। (BS Hindi)

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