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06 मार्च 2017

सरसों का उत्पादन 69.25 लाख टन होने का अनुमान-उद्योग

आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू रबी में सरसों की बुवाई में हुई बढ़ोतरी के साथ ही अनुकूल मौसम से उत्पादन 69.25 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इसका उत्पादन 58 लाख टन का हुआ था।
जयपुर में हुए तेल-तिलहन सेमीनार में उद्योग ने चालू सीजन में सरसों का उत्पादन बढ़ाकर 69.25 लाख टन होने का अनुमान लगाया है जबकि पिछले साल का 2.50 लाख टन का बकाया स्टॉक बचा हुआ है।
प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान में सरसों का उत्पादन 31 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल राजस्थान में 27 लाख टन का उत्पादन हुआ था। इसी तरह से उत्तर प्रदेश में पिछले साल के 9 लाख टन के मुकाबले चालू रबी में सरसों का उत्पादन 10.25 लाख टन होने का अनुमान है। पंजाब और हरियाणा में सरसों का उत्पादन पिछले साल क 7.30 लाख टन से घटकर 6.25 लाख टन होने का अनुमान है जबकि गुजरात में इसका उत्पादन पिछले साल के 2.95 लाख टन से बढ़कर 3.50 लाख टन होने का अनुमान है। मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में सरसों का उत्पादन चालू रबी में पिछले साल के 4.55 लाख टन से बढ़कर 6.75 लाख टन, पश्चिमी बंगाल में 3.10 लाख टन से बढ़कर 3.25 लाख टन और अन्य राज्यों में 5.10 लाख टन से बढ़कर 8.25 लाख टन सरसों का उत्पादन होने का अनुमान है।
चालू सीजन में सरसों का उत्पादन ज्यादा होने का अनुमान है तथा मौसम साफ रहा तो होली के बाद उत्पादक मंडियों में सरसों की दैनिक आवक बढ़ जायेगी। ऐसे में उत्पादक मंडियों में होली के बाद सरसों के भाव घटकर 3,400 से 3,500 रुपये प्रति क्विंटल (42 प्रतिशत कंडीशन) और नोन कंडीशन की सरसों के भाव उत्पादन मंडियों में 3,000 से 3,200 रुपये प्रति क्विंटल बनने की संभावना है। सरसों की खरीद होली के बाद दैनिक आवकों का दबाव बनने के बाद ही करनी चाहिए।..........आर एस राणा

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