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31 मई 2017

खरीफ में चावल के साथ ही दलहन उत्पादन में कमी आने की आषंका

आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू खरीफ में चावल के साथ ही दलहन के उत्पादन में कमी आने की आषंका है। कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ 2017-18 में चावल का उत्पादन घटकर 945 लाख टन ही होने का अनुमान है जबकि पिछले साल खरीफ सीजन 2016-17 में इसका उत्पादन 960.9 लाख टन का हुआ था। खरीफ के साथ रबी को मिलाकर 2017-18 में चावल उत्पादन के अनुमान का लक्ष्य घटाकर 10.85 करोड़ टन होने का तय किया है जबकि तीसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2016-17 में चावल का कुल उत्पादन 10.91 करोड़ टन होने का अनुमान है।
चालू खरीफ में दलहन का उत्पादन भी घटाकर मंत्रालय ने 87.5 लाख टन का ही तय किया है जबकि पिछले खरीफ सीजन 2016-17 में दलहन का 91.2 लाख टन का उत्पादन हुआ था। खरीफ दलहन की प्रमुख फसल अरहर का उत्पादन चालू खरीफ में घटकर 42.5 लाख टन होने का ही लक्ष्य तय किया है जबकि पिछले साल इसका उत्पादन रिकार्ड 46 लाख टन का हुआ था। उड़द के उत्पादन का लक्ष्य भी मंत्रालय ने चालू खरीफ में 18.5 लाख टन होने का अनुमान लगाया है जबकि पिछले साल खरीफ सीजन में उड़द का उत्पादन 21.6 लाख टन का हुआ था। हालांकि मूंग के उत्पादन का अनुमान चालू खरीफ में बढ़ाकर 16.5 लाख टन होने का लक्ष्य तय किया है जबकि पिछले साल खरीफ सीजन में मूंग का उत्पादन 15.3 लाख टन का ही हुआ था।
मंत्रालय के अनुसार फसल सीजन 2016-17 में खरीफ और रबी को मिलाकर दलहन का उत्पादन 229 लाख टन होने का लक्ष्य तय किया है जबकि फसल सीजन 2016-17 में दलहन का उत्पादन 224 लाख टन का हुआ था। आगामी रबी सीजन में चना के उत्पादन का लक्ष्य मंत्रालय ने 97.5 लाख टन का तय किया है जबकि चालू फसल सीजन 2016-17 में चना का उत्पादन 90.8 लाख टन होने का अनुमान है।
तिलहनों के उत्पादन का लक्ष्य चालू खरीफ 2017-18 में कृषि मंत्रालय ने 254 लाख टन होने का लक्ष्य तय किया है जबकि पिछले खरीफ सीजन में तिलहनों की पैदावार 228.14 लाख टन की ही हुई थी। मंत्रालय के अनुसार खरीफ के साथ ही रबी को मिलाकर तिलहन की पैदावार का लक्ष्य 2017-18 में 355 लाख टन होने का तय किया है जबकि पिछले फसल सीजन 2016-17 में तिलहनों का कुल उत्पादन केवल 325.22 लाख टन का ही हुआ था।
कपास के उत्पादन का लक्ष्य मंत्रालय ने चालू खरीफ में 355 लाख गांठ (एक गांठ-170 किलो) होने का लक्ष्य तय किया है जबकि पिछले साल कपास का उत्पादन 325.76 लाख गांठ का हुआ था। .............आर एस राणा

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