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09 मई 2017

खाद्य तेलों और तिलहनों पर स्टॉक लिमिट हटाने की मांग

आर एस राणा
नई दिल्ली। खाद्य तेलों के संगठन साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (एसईए) ने केंद्र सरकार से घरेलू खाद्य तेलों और तिलहनों पर स्टॉक लिमिट हटाने की मांग की है। घरेलू बाजार में खाद्य तेलों की कुल खपत की 60 फीसदी पूर्ति आयातित खाद्य तेलों से होती है, ऐसे में घरेलू तिलहनों और खाद्य तेलों पर स्टॉक लिमिट का कोई औचित्य नहीं है।
एसईए ने केंद्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता मामले मंत्री रामविलास पासवान को पत्र लिखकर मांग की है घरेलू बाजार में खाद्य तेलों के साथ ही तिलहनों पर स्टॉक लिमिट को समाप्त कर देना चाहिए। स्टॉक लिमिट लगी होने के कारण ही सरसों, मूंगफली और सोयाबीन के भाव न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से नीचे बने हुए है, जिससे किसानों को नुकसान हो रहा है।
एसईए के अनुसार चालू तेल सीजन 2016-17 (नवंबर-16 से अक्टूबर-17) में घरेलू बाजार में खाद्य और अखाद्य तेलों को मिलाकर कुल उत्पादन 84.9 लाख टन होने का अनुमान है जबकि इस दौरान 142 लाख टन (खाद्य तेलों और अन्य अखाद्य तेलों) का आयात होने का अनुमान है। अतः ऐसे में कुल खपत का 37 फीसदी ही खाद्य तेलों का उत्पादन घरेलू होने का अनुमान है।.........   आर एस राणा

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