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27 सितंबर 2017

स्टॉक ज्यादा होने से हल्दी की कीमतों में गिरावट

आर एस राणा
नई दिल्ली। उत्पादक राज्यों में हल्दी का बकाया स्टॉक ज्यादा होने के साथ ही निर्यात मांग कम होने से हल्दी की कीमतों में मंदा बना हुआ है। बुधवार को निजामाबाद मंडी में हल्दी के भाव 7,500 से 7,600 रुपये और इरोड़ मंडी में 7,100 रुपये प्रति क्विंटल रहे। सप्ताहभर में इसकी कीमतों में 200 से 300 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आ चुकी है।
व्यापारियों के अनुसार फसल सीजन 2016-17 में हल्दी का उत्पादन ज्यादा होने के कारण उत्पादक मंडियों में हल्दी का स्टॉक पिछले साल से ज्यादा है जबकि निर्यात कम हो रहा है। कृषि मंत्रालय के तीसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार हल्दी का उत्पादन 2016-17 में बढ़कर 11.32 लाख टन होने का अनुमान है जबकि इसके पिछले साल हल्दी का उत्पादन 9.43 लाख टन का हुआ था।
मसाला बोर्ड के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2017-18 के पहले तीन महीनों में हल्दी का निर्यात 10 फीसदी घटकर 33,323 टन का ही हुआ है। विश्व बाजार में हल्दी का भाव 3.19 डॉलर प्रति किलो है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसका भाव 3.42 डॉलर प्रति किलो था।
चालू सीजन में हल्दी की बुवाई आंध्रप्रदेश में बढ़ी है, लेकिन तेलंगाना में बुवाई पिछले साल की तुलना में कम हुई है। आंध्रप्रदेश में हल्दी की बुवाई 14,575 हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुवाई 14,304 हैक्टेयर में ही हुई थी। सामान्यतः हल्दी की बुवाई आंध्रप्रदेश में 17,695 हैक्टेयर में होती है। तेलंगाना में हल्दी की बुवाई चालू सीजन में 44,956 हैक्टेयर में ही हुई है, जबकि पिछले साल इस समय तक 45,633 हैक्टेयर में हो चुकी थी। सामान्यतः तेलंगाना में हल्दी की बुवाई 47,177 हैक्टेयर में होती है।........   आर एस राणा

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