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20 मार्च 2018

चीनी उत्पादन में बढ़ोतरी के साथ गन्ना किसानों का मर्ज भी बढ़ा

आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू पेराई सीजन में चीनी का उत्पादन बढ़ने के साथ ही मिलों पर किसानों के बकाया की ​राशि भी लगातार बढ़ रही है। पहली अक्टूबर 2017 से शुरू हुए चालू पेराई सीजन में 15 मार्च 2018 तक चीनी का उत्पादन बढ़कर 258.06 लाख टन का हो चुका है जोकि पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 82.65 लाख टन ज्यादा है। किसानों की बकाया राशि बढ़कर चीनी मिलों पर 14,000 करोड़ रुपयों को पार कर चुकी है।
बुवाई में हुई बढ़ोतरी के साथ ही गन्ने में रिकवरी की दर से ज्यादा आने से चालू पेराई सीजन में चीनी का रिकार्ड उत्पादन 295 लाख टन होने का अनुमान है, लेकिन ​उत्पादन बढ़ने के साथ ही गन्ना किसानों की मुश्किले भी बढ़ रही है। चीनी मिलों को 14 दिन में किसानों को गन्ने का भुगतान करना होता है, लेकिन चीनी मिलें 80 से 90 दिन बीत जाने के बाद भी भुगतान नहीं कर पा रही है जिससे किसानों के बकाया की राशि लगातार बढ़ रही है। बकाया भुगतान में देरी से गन्ना किसानों में नाराजगी बढ़ रही है। माना जा रहा है यही हालत रही तो मार्च के आखिर तक मिलों पर किसानों की बकाया ​राशि रिकार्ड स्तर पर पहुंच जायेगी। 
उत्पादन में भारी बढ़ोतरी
इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) के अनुसार पहली अक्टूबर से शुरू हुए चालू पेराई सीजन में 15 मार्च 2018 तक चीनी का उत्पादन बढ़कर 258.06 लाख टन का हो चुका है जबकि ​पिछले साल की समान अवधि में इसका उत्पादन केवल 175.50 लाख टन का ही हुआ था। प्रमुख उत्पादक राज्य महाराष्ट्र में 93.83 लाख टन, उत्तर प्रदेश में 84.39 लाख टन और कर्नाटका में 35.10 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है। अन्य राज्यों की चीनी मिलें 15 मार्च 2018 तक 44.74 लाख टन चीनी का उत्पादन कर चुकी हैं।
खपत के मुकाबले उपलब्धता ज्यादा
इस्मा के अनुसार देश में चीनी की सालाना खपत 245 से 250 लाख टन की होती है जबकि चालू पेराई सीजन में उत्पादन 295 लाख टन होने का अनुमान है। अत: चालू पेराई सीजन में ही चीनी का उत्पादन खपत की तुलना में 40 से 45 लाख टन ज्यादा होने का अनुमान है।
निर्यात शुल्क हटाने के साथ ही राहत की उम्मीद
चीनी कारोबारी सुधीर भालोठिया ने बताया कि केंद्र सरकार चीनी पर निर्यात शुल्क को शून्य करने के साथ ही निर्यात के लिए 20 से 25 लाख टन की मात्रा तय करे। उन्होने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में चीनी के भाव नीचे बने हुए हैं इसलिए निर्यात पर प्रोत्साहन राशि देने के बाद ही निर्यात संभव हो पायेगा। चीनी के निर्यात पर इस समय 20 फीसदी निर्यात शुल्क है।
लागत से काफी नीचे हैं चीनी के भाव
उत्तर प्रदेश में चीनी के भाव सोमवार को 3,000 से 3,150 रुपये प्रति क्विंटल एक्स फैक्ट्री रहे, जबकि महाराष्ट्र में चीनी के भाव 2,800 से 2,850 रुपये प्रति क्विंटल एक्स फैक्ट्री बोले गए। दिल्ली में सोमवार को चीनी के भाव 3,300 रुपये प्रति क्विंटल (टैक्स अलग) रहे। उद्योग के अनुसार चालू पेराई सीजन में औसत चीनी की उत्पादन लागत करीब 3,500 रुपये प्रति क्विंटल की आ रही है।.............  आर एस राणा

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