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03 अप्रैल 2018

बासमती चावल के निर्यात सौदों में आयेगी तेजी, धान के भाव भी बढ़ेंगे

आर एस राणा
नई दिल्ली। अप्रैल से बासमती चावल में ईरान के साथ ही अन्य खाड़ी देशों की आयात मांग बढ़ेगी, जिससे घरेलू मंडियों में बासमती धान की कीमतों में भी सुधार आने का अनुमान है। उत्पादक मंडियों में बासमती धान खासकर पूसा 1,121 का स्टॉक कम माना जा रहा है। सोमवार को हरियाणा की करनाल मंडी में पूसा 1,121 बासमती धान का भाव 3,650 रुपये और पूसा 1,509 किस्म के धान का भाव 3,350 रुपये प्रति क्विंटल रहा। 1,121 पूसा बासमती चावल सेला का भाव 6,600 रुपये और स्टीम का 7,000 रुपये प्रति क्विंटल रहा। 
बासमती चावल के निर्यात सौदों में आयेगी तेजी
केआरबीएल लिमिटेड के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर अनिल मित्तल ने बताया कि बासमती चावल का ​निर्यात वित्त वर्ष 2017-18 में मूल्य के हिसाब से बढ़ेगा, जबकि मात्रा के हिसाब से पिछले साल के लगभग बराबर ही होने का अनुमान है। उन्होंने बताया​ कि अप्रैल से बासमती चावल के निर्यात सौदों में तेजी आयेगी। विश्व बाजार में भारतीय बासमती चावल पूसा 1,121 सेला का भाव 1,150 डॉलर प्रति टन है। बासमती चावल के निर्यात सौदों में तेजी आने से चावल मिलों की बासमती धान में भी मांग बढ़ेगी, जिससे धान के भाव भी बढ़ेंगे। वैसे भी उत्पादक राज्यों में बासमती धान का स्टॉक कम माना जा रहा है।
अप्रैल से जनवरी के दौरान बढ़ा है निर्यात
एपिडा के अनुसार वित्त वर्ष 2017-18 के पहले 11 महीनों अप्रैल से जनवरी के दौरान बासमती चावल का निर्यात बढ़कर 32.74 लाख टन का हो चुका है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016-17 की समान अवधि में इनका निर्यात 32.51 लाख टन का हुआ था। वित्त वर्ष 2016-17 में बासमती चावल का ​कुल निर्यात 39.9 लाख टन का हुआ था जोकि इसके पिछले वित्त वर्ष 2015-16 के 40.4 लाख टन की तुलना में थोड़ा घटा था।
गैर-बासमती चावल के निर्यात में भारी बढ़ोतरी
गैर-बासमती चावल का निर्यात वित्त वर्ष 2017-18 के पहले 11 महीनों अप्रैल से जनवरी के दौरान बढ़कर 70.17 लाख टन का हो चुका है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात केवल 52.47 लाख टन का ही हुआ था।............  आर एस राणा

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